ब्रिक्स देश व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा के मुद्दे पर साथ आए

पांच ब्रिक्स देशों के शिक्षा मंत्रियों ने उच्च शिक्षा तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण को लेकर एक संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।

Technical Education, Vocational Education,
तकनीकी शिक्षा और व्यावसायिक शिक्षा के मुद्दे पर साथ आए पांच ब्रिक्स देश(Wikimedia Commons)

पांच BRICS देशों के शिक्षा मंत्रियों ने उच्च शिक्षा तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण को लेकर एक संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। इसमें अकादमिक और अनुसंधान सहयोग को मजबूत करने की बात कही गई है। भारत द्वारा 13वें BRICS शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया है। BRICS शिक्षा मंत्रियों की इस 8वीं बैठक में मंगलवार को इन मंत्रियों ने दो विषयों पर विचार-विमर्श किया। इनमें समावेशी और समान गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करने और अनुसंधान और अकादमिक सहयोग बढ़ाने के लिए डिजिटल और तकनीकी समाधानों का लाभ उठाना शामिल है।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि भारत दुनिया भर में छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों, समुदायों और सरकारों द्वारा महामारी के प्रभावों को कम करने के लिए किए जा रहे ठोस प्रयासों को स्वीकार करता है। साथ ही हम एक अधिक लचीली शिक्षा प्रणाली का निर्माण करें।

उन्होंने शिक्षा की पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए विशेष रूप से BRICS देशों के बीच बहुपक्षीय सहयोग के महत्व को रेखांकित किया।

पांच ब्रिक्स देशों के शिक्षा मंत्रियों ने एक संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए हैं(Wikimedia Commons)

धोत्रे ने कहा कि यह आवश्यक है कि हम, समावेशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक सबकी पहुंच बनाने के लिए प्रौद्योगिकी के महत्व को पहचानें।

ब्रिक्स शिक्षा मंत्रियों ने उन नीतियों और पहल को भी साझा किया जो उन्होंने कोविड 19 महामारी के प्रभावों को कम करने के लिए शुरू की थी। भारत के लिए बोलते हुए शिक्षा राज्य मंत्री धोत्रे ने पीएम ई विद्या के तहत की गई पहल के बारे में बताया। उन्होंने ‘स्वयं’ प्लेटफॉर्म, स्वयं प्रभाव चैनल्स और ‘दीक्षा’ वर्चुअल लैब्स की बात की।

धोत्रे ने कहा कि जहां भारत समावेशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए डिजिटल और तकनीकी समाधानों की क्षमता का एहसास करता है, वहीं हम डिजिटल विभाजन को कम करने और समाप्त करने की आवश्यकता को भी स्वीकार करते हैं। इसलिए, विशेष रूप से सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित जनसंख्या समूहों के मामले में, डिजिटल उपकरणों सहित डिजिटल संसाधनों तक पहुंच में असमानता को खत्म करने के प्रयासों को तेज करने की आवश्यकता है।

इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि भारत डिजिटल इंडिया अभियान और एफटीटीएच कनेक्टिविटी के माध्यम से डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्च र का तेजी से विस्तार कर रहा है।

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इस बैठक से पहले, ब्रिक्स नेटवर्क विश्वविद्यालयों के अंतर्राष्ट्रीय शासी बोर्ड की 29 जून को बैठक हुई थी। इसमें सदस्य देशों द्वारा इस पहल के तहत अब तक की गई प्रगति पर एक नजर डालने और इसे आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की गई थी। शिक्षा पर वरिष्ठ ब्रिक्स अधिकारियों की एक बैठक 2 जुलाई को अमित खरे, सचिव उच्च शिक्षा की अध्यक्षता में हुई थी। (आईएएनएस-PS)

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