‘यूके कोविड वेरिएंट ज्यादा प्रसार योग्य, फिर से महामारी को बढ़ा सकता है’

बीते वर्ष नवंबर 2020 में उत्पन्न सार्स-सीओवी-2 का एक वैरिएंट पहले से मौजूद वैरिएंट के मुकाबले ज्यादा ट्रांसमीसेबल है और इससे कोविड-19 मामलों में बड़े पैमाने पर इजाफा हो सकता है।

बीते वर्ष नवंबर 2020 में उत्पन्न सार्स-सीओवी-2 का एक वैरिएंट पहले से मौजूद वैरिएंट ( Variant ) के मुकाबले ज्यादा ट्रांसमीसेबल है और इससे कोविड-19 मामलों में बड़े पैमाने पर इजाफा हो सकता है। एक नए अध्ययन से इसकी जानकारी मिली। शोधकर्ताओं ने कहा, “शैक्षणिक संस्थानों को सीमित रुप से बंद करने और तेजी से वैक्सीनेशन जैसे कड़े नियंत्रण उपायों के बिना, कोविड-19 होस्पीटालाइजेशन और देश में होने वाली मौतों की संख्या 2021 में 2020 से ज्यादा हो सकती है।”

शोधकर्ताओं में एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी ( University ) के कैथरीन ई एटकिंस भी शामिल हैं।

जर्नल साइंस में प्रकाशित अध्ययन के लिए, टीम ने यूके भर से 150,000 अनुक्रमित सार्स-सीओवी-2  ( SARS COV-2)  नमूनों का विश्लेषण किया और पाया कि इसके प्रारंभिक अवलोकन के बाद पहले 31 दिनों में कोविड -19 के यूके संस्करण की सापेक्ष जनसंख्या वृद्धि दर सभी 307 अन्य वायरस वेरिएंट वंशावली की तुलना में अधिक थी।

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इसके लिए संभावित जैविक तंत्रों को समझने के लिए, टीम ने कई मान्यताओं का परीक्षण करने के लिए सार्स-सीओवी-2 ( SARS COV-2) ट्रांसमिशन के एक आयु और क्षेत्रीय संरचित गणितीय मॉडल का उपयोग किया, जिसमें यह भी बताया गया है कि वेरिएंट का वायरल लोड अधिक है या इसका लंबे समय तक शिडिंग पीरियड है।

टीम का अनुमान है कि कोविड के इस वेरिएंट में मौजूदा वेरिएंट की तुलना में 43-90 प्रतिशत अधिक रिप्रोडक्शन संख्या है।
(आईएएनएस-AK)
 

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