हवाई अड्डे बंद होने के कारण संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में फंसे भारतीयों में से कई सऊदी अरब और कुवैत जाने के लिए रियाद से बसें लेकर अपने गंतव्यों पर लौट आए हैं। रविवार को गल्फ न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सऊदी अरब और कुवैत के लगभग 600 भारतीय प्रवासियों को पिछले महीने दोनों पड़ोसी देशों में अचानक हवाई अड्डे के बंद होने के कारण यूएई में 2 सामुदायिक समूहों ने आश्रय दिया हुआ था।
यूएई केरल मुस्लिम कल्चरल सेंटर (केएमसीसी) ने अजमान में स्वास्थ्य और रोकथाम मंत्रालय के तहत एक इमारत में करीब 350 लोगों को आश्रय दिया गया था। वहीं 250 प्रवासियों को इंडियन कल्चरल फाउंडेशन के दुबई इन्वेस्टमेंट पार्क में एक कंस्ट्रक्शन फर्म आसा ग्रुप के सहयोग से दुबई मरकज सेंटर में ठहराया गया था। फंसे हुए भारतीयों में ज्यादातर कृषि, निर्माण साइट आदि पर काम करने वाले श्रमिक हैं। इन्होंने पिछले हफ्ते से वापस जाना शुरू कर दिया था लेकिन ज्यादा किराया होने के कारण कई लोगों को फिर से अपनी किफायती टिकटें बुक करनी पड़ी। इससे इन लोगों को और देरी हुई , जिससे सामुदायिक समूहों ने बसों की व्यवस्था करने का फैसला किया ताकि इन प्रवासियों को सऊदी तक पहुंचाया जा सके।
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गल्फ न्यूज की रिपोर्ट में यूएई केएमसीसी नेशनल कमेटी के प्रेसिडेंट पुथुर रहमान के हवाले से कहा, “अब तक 54 लोगों को बस से फ्री में रियाद ले जाया गया है और 29 लोग जा रहे हैं। अंतिम बस 12 जनवरी की रात को रवाना होगी।” आईसीएफ के वॉलेंटियर कैप्टन लुकमान मंगाड ने कहा कि सप्ताहांत में 3 बसों में 70 यात्रियों को भेजा गया था। कुवैत के कुछ लोगों को छोड़कर बाकी सभी लोग चले गए हैं, जो लोग बचे हैं, वे अपनी फ्लाइट्स का इंतजार कर रहे हैं। बता दें दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने फंसे हुए लोगों को निकालने में मदद करने के लिए केएमसीसी को 30,000 दिरहम की वित्तीय सहायता दी है। (आईएएनएस)