केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास, पंचायत राज तथा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने गुरुवार को सीड ट्रेसिबिलिटी मोबाइल एप लांच किया, जिससे असली बीज की पहचान हो पाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोबाइल एप के माध्यम से असली बीजों की जानकारी मिल पाएगी और किसान धोखाधड़ी से बच पाएंगे। कार्यक्रम में तोमर ने गुण नियंत्रण एवं डीएनए प्रयोगशाला का शुभारंभ भी किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि खेती के क्षेत्र में बीज की बड़ी महत्ता है, ऐसे में बीज के क्षेत्र में काम करने वालों की काफी अहम जवाबदेही होती है।
पूसा स्थित राष्ट्रीय बीज निगम (एनएससी) के मुख्यालय में आयोजित इस समारोह में एनएससी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक वनोद कुमार गौड़ ने भारत सरकार के लिए लगभग नौ करोड़ रुपये के लाभांश का चेक केंद्रीय मंत्री तोमर को सौंपा। इस अवसर पर तोमर ने शंकरन द्वारा संपादित पुस्तक एनएससीस ‘Journey in the service of farmers’ नामक पुस्तिका का विमोचन किया।
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एनएससी के पास भूमि का काफी बड़ा रकबा है
कृषि मंत्री ने कहा कि एनएससी (NSC) के पास भूमि का काफी बड़ा रकबा है, जिसका अधिकाधिक उपयोग किया जाना चाहिए। एनएससी कम दाम पर गुणवत्तायुक्त बीज किसानों को उपलब्ध करा रहा है, यह देश के लिए बड़ा काम है, जिसे आगे बढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने इस दिशा में प्रगति के लिए एक रोडमैप बनाने का सुझाव दिया। कार्यक्रम में कृषि राज्यमंत्री परषोत्तम रूपाला ने कहा कि कृषि की शुरुआत बीज से होती है, इसलिए वेरायटी सीड्स की ज्यादा मात्रा किसानों को सस्ते दामों में उपलब्ध हो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
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कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि खाद्यान्न की आत्मनिर्भरता में किसानों व वैज्ञानिकों के साथ-साथ एनएससी (NSC) का भी बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि नई लैब व एप से किसानों को काफी लाभ होगा। मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, वर्ष 2019-20 में एनएससी (NSC) की कुल आय 1085.44 करोड़ रुपये रही है और कर पूर्व लाभ 60.88 करोड़ रुपये रहा।
(आईएएनएस)