आरएसएस से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह संगठक और संघ के वरिष्ठ प्रचारक सतीश कुमार ने कहा कि भारत अब आत्मनिर्भर देश बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर हो चला है। अभी हाल में हमारा एक्सपोर्ट 50 से 60 प्रतिशत तक बढ़ा है। क्योंकि हम अब हर तरह के प्रोडक्ट दुनिया को भेज रहे है। उन्होंने कहा कि भारत ने आत्मनिर्भरता के सिद्धांत पर आना शुरू कर दिया है। इसमें प्रकृति भी हमारा साथ दे रही है।
भारत से 10 हजार टन चावल चीन भेजा गया
संघ से जुड़े ‘हमारा परिवार’ संगठन की ओर से गुजरात के कर्णावती में ‘स्वदेशी स्वावलंबन की ओर भारत’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में संघ प्रचारक सतीश कुमार ने कहा, “वर्तमान में हमने बांग्लादेश को 2.50 लाख टन बासमती चावल का निर्यात करने शुरू कर दिया है।
उन्होंने आगे कहा, “जिस चीन के आयात से हम परेशान थे,उसके आयात को हमने 75 मिलियन डॉलर से 35 मिलियन डॉलर कर दिया, यह चीन की बहुत बड़ी हार थी। 35 वर्ष बाद पहली बार भारत से 10 हजार टन चावल चीन भेजा जा चुका है।”
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एक्सपोर्ट बिज़नेस में हुई बढ़ोतरी
उन्होंने आगे बताया कि 2013 में हमारा एक्सपोर्ट 500 करोड़ था जो कि बीते वर्ष बढ़कर 10 हजार 800 करोड रुपये हो गया, यह हमारे लिए बड़े हर्ष का विषय है। उन्होंने बताया कि कोरोना संकट काल में देश ने अनेक देशों को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन दवा की निशुल्क आपूर्ति की। अब कोरोना वैक्सीन की सप्लाई भी करने जा रहे है क्योंकि अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और चीन जैसे देश पूंजीवाद के पोषक है और जिस वैक्सीन पर 100 रुपए की लागत आई है,उस वैक्सीन को 5400 रुपए में बेच रहे है जबकि भारत हमेशा वसुधैव कुटुंबकम की नीति पर चलने वाला देश है और इसलिए भारत ने कहा है कि वह इस आपदा में वैक्सीन से कोई कमाई नहीं करेगा और लागत मूल्य पर ही वैक्सीन दुनिया भर में सप्लाई करेगा।
हमारा परिवार के संस्थापक सुरेंद्र ने कहा कि संगठन का उद्देश्य स्नेह बांटने, कर्तव्य बोध कराने, समर्पण के भाव जगाना है। मेघालय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जी डी शर्मा जी ने युवाओं को हमारा परिवार संगठन के साथ जुड़नेकी अपील की। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद किरीत प्रेमजी भाई सोलंकी ने की। कर्णावती इकाई प्रमुख तुषार गांधी ने कहा कि हमारा परिवार संगठन की देश- विदेश में 100 से ज्यादा इकाइयां हैं। (आईएएनएस)