Jamsetji Tata Death Anniversary 2021: “भारतीय उद्योग के जनक”

जमशेदजी टाटा जिनका पूरा नाम जमशेदजी नसरवानजी टाटा, एक भारतीय उद्योगपति थे, जिन्होंने भारत की सबसे बड़ी कंपनी टाटा समूह की स्थापना की थी।

0
369
Jamsetji Tata
आज पूरा भारत जमशेदजी टाटा की भारत के महान सपूतों में से एक मानता है। (Wikimedia Commons)

जमशेदजी टाटा (Jamsetji Tata) जिनका पूरा नाम जमशेदजी नसरवानजी टाटा, एक भारतीय उद्योगपति थे, जिन्होंने भारत की सबसे बड़ी कंपनी टाटा (TATA) समूह की स्थापना की थी। जमशेदजी टाटा को भारतीय उद्योग का जनक भी कहा जाता है। जमशेदजी मात्र एक उद्यमी नहीं थे, वह एक ऐसे देशभक्त थे, जिनके आदर्शों और दूरदर्शिता ने साधारण व्यापारिक समूह को एक बहुत बड़ा आकार दिया था। जमशेदजी ने औद्योगिक देशों की लीग में भारत को अपनी एक अलग पहचान दिलाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और अपने औद्योगिक और परोपकारी गतिविधियों के माध्यम से भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले इन महापुरुष का आज ही के दिन यानी 19 मई 1904 को निधन हो गया था। 

जमशेदजी टाटा शुरुआत से ही एक साहसी और महत्वाकांक्षी युवक थे। देशभक्ति की भावना इनमें कूट – कूट कर भरी थी। उनका जन्म 3 मार्च 1839 में गुजरात (Gujrat) के नवसारी शहर में हुआ था। एक पारसी परिवार में जन्मे जमशेदजी, नसरवानजी टाटा के पहले संतान थे। 1858 में बॉम्बे से स्नातक डिग्री प्राप्त करने के बाद, वह अपने पिता के साथ निर्यात – व्यापारिक फर्म में शामिल हो गए थे और 1868 में उन्होंने अपनी एक व्यापारिक कंपनी की स्थापना की, जिसे आज पूरा विश्व टाटा समूह के नाम से जानता है। 

जमशेदजी टाटा की चार प्रमुख उपलब्धियां!

1.स्टील उत्पादक इकाइयों की स्थापना।

2.जल विद्युत ( हाइड्रो इलेक्ट्रिक) ऊर्जा का उत्पादन

3.भारतीय विज्ञान संस्थान, जिसकी स्थापना उनकी मृत्यु के बाद 1909 में हुई थी।

4.मुंबई का ताज होटल

Taj Hotel
ताजमहल पैलेस को तो आज पूरी दुनिया जानती है। इसकी स्थापना जमशेदजी ने 1903 में की थी। (Wikimedia Commons)

1901 में जमशेदजी ने भारत के पहले और बड़े स्तर पर लोहे के कारखानों को शुरू किया था और कुछ सालों के बाद ही इसे टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी (Tata Iron and Steel Company) के रूप में शामिल किया गया। आज यह कंपनी भारत में सबसे बड़ी और निजी स्वामित्व वाली स्टील निर्माता कंपनी और कंपनियों के समूह का केंद्र बन गई है। इसके अतिरिक्त ताजमहल (Taj Hotel) पैलेस को तो आज पूरी दुनिया जानती है। इसकी स्थापना जमशेदजी ने 1903 में की थी। जमशेदजी के अन्य व्यापारिक उपक्रमों में ताजमहल पैलेस भी शामिल है, जो आज भारत का सबसे जाना – माना होटल है। 

शिक्षा के क्षेत्र में भी जमशेदजी का काफी योगदान रहा था। जमशेदजी उद्योगपति जरूर थे, लेकिन शिक्षा को लेकर वह हमेशा उत्साहित रहते थे। उनका मानना था कि, देश में उच्च शिक्षा को भी आगे बढ़ाना चाहिए। उनका कहना था कि, अगर भारत को विश्व शक्ति बनना है तो, उसे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कारगर कदम उठाने होंगे।

यह भी पढ़ें :- Anand Mahindra : विश्व विख्यात बिजनेस टायकून 

रूसी लाला अपनी क़िताब ‘दी लाइफ एंड टाइम्स ऑफ़ जमशेदजी टाटा’ में इस बाबत लिखते हैं “जमशेदजी ने ब्रिटिश सरकार को इस बात के लिए राजी करने का प्रयास किया था कि”, सिविल सर्विसेज की परीक्षा भारत में भी होनी चाहिए। शायद उन्हीं के प्रयासों के तहत आज भारत में बड़े स्तर पर सिविल सर्विसेज (UPSC) की परीक्षा होती है और करोड़ों विद्यार्थी इसमें भाग लेते हैं। उस समय और आज भी टाटा समूह के नाम से बच्चों को छात्रवृत्ति भी दी जाती है। 

आज पूरा भारत जमशेदजी टाटा की भारत के महान सपूतों में से एक मानता है। उन्हीं के प्रयासों के तहत आज टाटा संस का साम्राज्य नमक (TATA Salt) से लेकर चाय (TATA Tea) तक, स्टील से लेकर कंस्ट्राको तक हर जगह नजर आता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here