कोविड-19 के प्रभाव के बावजूद, भारतीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र में वित्तीय वर्ष 2020-21 में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और तकनीक अपनाने में तेजी लाने के कारण साल-दर-साल के आधार पर 2.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। नैसकॉम की एक हालिया रिपोर्ट में सोमवार को यह दावा किया गया। आईटी इंडस्ट्री बॉडी स्ट्रेटेजिक रिव्यू 2021 के “न्यू वल्र्ड : द फ्यूचर इज वर्चुअल” टाइटल के अनुसार, उद्योग को वित्त वर्ष 2020-21 में 138,000 से अधिक शुद्ध नई नौकरियों (नेट न्यू हायर्स) की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय तकनीक क्षेत्र ने राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में आठ प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ अपना योगदान दिया है, सेवाओं के निर्यात में 52 प्रतिशत की सापेक्ष हिस्सेदारी (रिलेटिव शेयर) के साथ ही इसकी अप्रैल से सितंबर 2020 की अवधि के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर आधारित कुल विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) में 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी रही है।
उद्योग में डिजिटल निवेश जारी है और संगठनों ने अपनी क्षमताओं का निर्माण किया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि और व्यवसाय के मॉडल को डिजिटल प्रथाओं के साथ जोड़कर उद्योग के 28 प्रतिशत से 30 प्रतिशत तक राजस्व को डिजिटल के लिए दर्ज किया गया है।
यह भी पढ़ें – कोरोना काल में सेवाएं देने वाली ‘Corona Warrior ‘ नाजिरा को कोविड महिला सम्मान
हार्डवेयर की मांग के साथ भारतीय घरेलू बाजार में लचीलापन बना रहा, जो साल में 3.4 प्रतिशत बढ़ा। इनोवेशन पर अधिक ध्यान देने के साथ, भारत में पिछले पांच वर्षों में कंपनियों द्वारा दायर किए गए 115,000 से अधिक तकनीकी पेटेंट दर्ज किए गए हैं। नैसकॉम अध्यक्ष देबजानी घोष ने हालिया रिपोर्ट की पुष्टि करते हुए माना है कि कोविड-19 महामारी के बावजूद भारतीय तकनीकी क्षेत्र में बढ़ोतरी हुई है। (आईएएनएस )