विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day 2021), हमारे पर्यावरण की रक्षा के लिए दुनिया भर में जागरूकता और उचित कार्रवाई को प्रेरित करने के लिए मनाया जाता है। 1972 में पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 5 जून को “विश्व पर्यावरण दिवस” के रूप में नामित किया था। और पहली बार “केवल एक पृथ्वी” के नारे के साथ सन 1974 में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था। विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) पर्यावरण के सामने आने वाली समस्याएं, जैसे वायु प्रदूषण, प्लास्टिक प्रदूषण, पेड़ों की लगातार कटाई जैसे इन सभी कारणों को रोकने के लिए और जागरूकता बढ़ाने के इस मंच को तैयार किया गया था।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर, वैश्विक आधिकारिक समारोह 4-5 जून को एक वर्चुअल लॉन्च गाला कार्यक्रम के माध्यम से आयोजित किया जाएगा। इस वर्ष इस कार्यक्रम की मेजबानी पाकिस्तान (Pakistan) कर रहा है। इस कार्यक्रम में विश्व भर के नेताओं, हस्तियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं के प्रेरक संदेशों को भी शामिल किया जाएगा।
COVID-19 का हमारे पर्यावरण पर प्रभाव।
हम सभी जानते हैं कि, हमारी दुनिया एक अभूतपूर्व महामारी से जूझ रही है। कोरोना वायरस (Corona Virus) की महामारी ने एक बात की तो पुष्टि कर दी है कि, मनुष्यों ने पारिस्थितिकी तंत्र को बहुत नुकसान पहुंचाया है। इसलिए कोरोना वायरस के वैश्विक संकट ने हमें प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र और बदलती जैव विविधता पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है।
विश्व पर्यावरण दिवस 2021 थीम : पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली
पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) की बहाली का अर्थ होता है, प्रकृति के साथ हो रही क्षति को रोकना। ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाना, अपने शहर को हरा – भरा करना, नदियों – तटों को साफ रखना उसकी सफाई करना। इस विश्व पर्यावरण दिवस पर पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के साथ – साथ संयुक्त राष्ट्र अपने दशक की भी शुरुआत करेगा।
संयुक्त राष्ट्र दशक 2021 से 2030 तक चलेगा। जो की सतत विकास लक्ष्यों की समय सीमा भी है और वैज्ञानिकों ने भी विनाशकारी जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए इसे अंतिम अवसर के रूप में पहचान की है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) और संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के नेतृत्व में संयुक्त राष्ट्र दशक एक मजबूत वैश्विक आंदोलन का निर्माण कर रहा है। इसके अतिरिक्त पारिस्थितिकी तंत्र और जैव विविधता के बारे में युवाओं के दृष्टिकोण और भावनाओं को भी ध्यान में रखा जाएगा। यह विशेष रूप से 13 से 18 वर्ष के आयु के यूरोपीय और मध्य एशियाई लोगों के लिए होगा। इसका उद्देश्य यह पता लगाना है कि, उनके देश और क्षेत्र के पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के संबंध में उनका ज्ञान और अपेक्षाएं क्या हैं? वो इस बारे में क्या सोचते हैं?
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जंगलों से लेकर खेतों तक, पहाड़ की चोटी से लेकर समुद्र की गहराइयों तक सभी को पुनर्जीवित करने का यह एक वैश्विक मिशन है। केवल एक स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र के माध्यम से ही हम सभी लोगों, पशु पक्षियों और जानवरों की जिंदगियों को बचा सकते हैं। इस विश्व पर्यावरण दिवस हम यह सोचें और इस दिशा में कारगर कदम उठाए। हमें प्रकृति के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना बेहद आवश्यक है। हमारे ग्रह के स्वस्थ के लिए तत्काल कार्रवाई कर, जलवायु परिवर्तन (Climate Change) का प्रतिकार कर। हम जैव विविधता के पतन को रोक सकते हैं।