‘विदेश दौरे के दौरान मोदी के हस्तक्षेप से मिली चोरी की हुईं कलाकृतियां’

लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग को अगस्त 2019 में इंडिया प्राइड प्रोजेक्ट से सूचना मिली थी कि 4 प्राचीन मूर्तियां भगवान तमिलनाडु के एक मंदिर से चुराई गई थीं और भारत से बाहर तस्करी कर ले जाई गई थीं। ये मूर्तियां बुधवार को तमिलनाडु प्रशासन को सौंप दी गईं।

नरेंद्र मोदी Narendra Modi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी । (Wikimedia commons )

केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप से भारत को कुछ बेशकीमती चोरी के सामान वापस लाने में मदद मिल रही है। केंद्रीय संस्कृति मंत्री ने आईएएनएस को बताया, “यह संभव हो सका, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने विदेश दौरों के दौरान इन पहलुओं पर ध्यान दिया है।”

पटेल ने कहा कि भगवान राम, लक्ष्मण और देवी सीता की तीन कांस्य मूर्तियों को, जो 1978 में चार दशक से अधिक समय पहले तमिलनाडु से चोरी हो गई थी, उन्हें ब्रिटेन से वापस लाया जा रहा है।

तमिलनाडु से इतिहास

ये मूर्तियां तमिलनाडु के नागापट्टिनम जिले के आनंदमंगलम में विजयनगर काल के दौरान बने एक मंदिर से जुड़ी हुई हैं। तमिलनाडु पुलिस की ओर से गई जांच के अनुसार, इन मूर्तियों को 1978 में नवंबर महीने के दौरान श्री राजगोपाल विष्णु मंदिर से चुरा लिया गया था। चार दशकों का लंबा समय बीत जाने के बाद अब इन मूर्तियों को राज्य को सौंपने के लिए भारत वापस लाया जा रहा है।

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पटेल ने इस संबंध में पिछले सरकारों को घेरते हुए आईएएनएस से कहा, “नियम तो हमेशा से थे। हम हमेशा (चुराए गए) हेरिटेज को वापस ला सकते थे। प्वाइंट यह है कि एजेंसियां कैसे काम करती हैं और विदेश मंत्रालय इसे कितनी कुशलता से पूरा करता है।”

उन्होंने मोदी युग और पूर्व-मोदी युग के बीच अंतर स्पष्ट करते हुए कहा कि 2014 के बाद से कुल 40 प्राचीन काल की वस्तुओं को अब तक विदेशों से वापस लाया गया है। उन्होंने कहा कि संख्या 13 निराशाजनक होने पर खड़ी हुई। उन्होंने मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले इस दिशा में बेहतर काम नहीं कर पाने के लिए पिछली सरकारों की आलोचना भी की। (आईएएनएस)

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