यूएई के विदेश और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नहयान ने अबू धाबी में बन रहे पहले हिंदू मंदिर की साइट का निरीक्षण किया और इसकी निर्माण प्रगति की समीक्षा की। खलीज टाइम्स ने शुक्रवार को बताया कि मंदिर की नींव पिछले साल अप्रैल में रखी गई थी और दिसंबर से इसका निर्माण शुरू हुआ था। मंदिर के 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है।
इस दौरान शेख अब्दुल्ला ने मंदिर निर्माण करने वाले सामाजिक और आध्यात्मिक संगठन बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। मंत्री ने हिंदू समुदाय के नेता और बीएपीएम हिंदू मंदिर के प्रमुख पूज्य ब्रह्मविहारी स्वामी से भी चर्चा की।
यह भी पढ़ें: पाक के स्कूलों में बच्चों को नफरत की शिक्षा दी जा रही है
खलीज टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में स्वामी के हवाले से कहा, “यह प्राचीन कला और वास्तुकला को संरक्षित करने का नहीं, बल्कि नई कला और एक नई विरासत के निर्माण का एक अनूठा मौका है।”
उन्होंने आगे कहा, “कोविड -19 महामारी के इस चुनौतीपूर्ण समय में वैश्विक सद्भाव की ऐसी परियोजना विश्वास और आशा को फिर से जगाएगी और भारत-यूएई के बीच अद्वितीय मित्रता, प्रगति और शांति के लिए उनके समर्पण को बढ़ाएगी।”
इस चर्चा में शामिल रहे यूएई में भारत के राजदूत पवन कपूर ने बताया कि कैसे यह मंदिर यूएई और खाड़ी की एक बड़ी आबादी की सेवा करेगा।(आईएएनएस)