लोक आस्था का पर्व छठ शनिवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया। चार दिवसीय इस अनुष्ठान के चौथे दिन अर्घ्य के बाद व्रतियों ने अन्न जल ग्रहण कर ‘पारण’ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मुख्यमंत्री आवास में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान भास्कर की अराधना की।
छठ पर्व को लेकर चार दिनों तक पूरा बिहार भक्तिमय रहा। मुहल्लों से लेकर गंगा तटों तक यानी पूरे इलाके में छठ पूजा के पारंपरिक गीत गूंजते रहे। राजधानी पटना की सभी सड़कों को दुल्हन की तरह सजाया गया। राजधानी के मुख्य सड़कों से लेकर गलियों तक की सफाई की गई। आम से लेकर खास वर्ग तक के लोग सड़कों की सफाई में व्यस्त रहे।
कोरोना के कारण हालांकि गंगा छठ घाटों में व्रतियों की संख्या कम देखी गई। प्रशासन द्वारा कई तालाबों को अघ्र्य लायक बनाया गया था। वहां में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे।
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पटना में कई पूजा समितियों द्वारा भगवान भास्कर की मूर्ति स्थापित की गई। पूरा माहौल छठमय रहा। कई स्थानों पर तोरण द्वारा लगाए गए, तो कई पूजा समितियों द्वारा लाइटिंग की व्यवस्था की गई।
मुख्यमंत्री आवास पर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के परिजनों ने छठ व्रत किया।
इधर, मुजफ्फरपुर, सासाराम, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर, औरंगाबाद, बेतिया, मोतिहारी सहित सभी जिलों के गांव से लेकर शहर तक लोग छठ पर्व की भक्ति में डूबे रहे।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को नहाय-खाय के साथ लोक आस्था का यह महापर्व प्रारंभ हुआ था।(आईएएनएस)