By: निखिला नटराजन
कोरोना की मार झेल रही अमेरिकी जनता फिलहाल कोविड राहत अनुदान पाने की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रही है, लेकिन इसी बीच उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस द्वारा एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू के कारण उनकी बहुत फजीहत हो रही है।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार कांग्रेस के माध्यम से जनता को 1.9 ट्रिलियन डॉलर की महत्वाकांक्षी महामारी राहत देने की कोशिश में जुटी है। लेकिन, अभी योजना पूरी तरह से परवान नहीं चढ़ पाई है।
हैरिस के इस इंटरव्यू के कारण कई डेमोक्रेट नेता भी बुरी तरह नाराज हैं। उन्होंने इस प्रस्तावित महामारी राहत पैकेज को वेस्ट वर्जिनिया के लिए एक बड़ा मुद्दा बताए जाने के कारण हैरिस की आलोचना की। डेमोकट्र नेता हैरिस के बयान को अनुचित और औचित्यहीन बता रहे हैं।
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गौरतलब है कि हैरिस का यह बयान उस वक्त आया जब इंटरव्यू के दौरान उनसे पूछा गया कि आखिर लोगों को महामारी राहत पैकेज मिलने में कितने दिन लगेंगे। इस पर हैरिस ने कहा कि वेस्ट वर्जिनिया के लिए यह एक बड़ा मुद्दा है। यहां हर सात में से एक परिवार भूखा है, हर छह में से एक परिवार मकान का किराया नहीं दे पा रहा है और हर चार में से एक छोटे कारोबारी या तो अपना धंधा कर रहे हैं या कर चुके हैं। इसलिए यह न केवल वेस्ट वर्जिनिया, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ा मुद्दा है।
उनके इस इंटरव्यू पर अपनी प्रतिक्रिया में वेस्ट वर्जिनिया के सीनेटर जो मैनचिन ने कहा कि मैंने इंटरव्यू देखा। मैं यह विश्वास ही नहीं कर पा रहा हूं। हम कोई बीच का रास्ता तलाशने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इसके लिए हम सबको साथ आना होगा। यह साथ मिलकर काम करने का कोई तरीका नहीं है।(आईएएनएस)