पाकिस्तान में कुछ समय पहले सौहार्द के निशानी के तौर पर जिस श्री कृष्ण मंदिर(Hindu Temple) का निर्माण किया जा रहा था, उसके निर्माण को मुस्लिम कट्टरवादियों द्वारा रोका गया है। मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने देश(Pakistan) की राजधानी लाहौर में इस हिंदू संरचना(Hindu Temple) के निर्माण की अनुमति देने से इनकार करते हुए, निर्माण स्थल पर डेरा डाल दिया।
पिछले महीने जब पाकिस्तान(Pakistan) में जब मंदिर की पहली आधारशिला रखी गई, तब सरकारी अधिकारियों ने इसे पाकिस्तान के लिए एक नए सहिष्णुता का अध्याय बताया। इसके कुछ दिनों बाद, पाकिस्तान(Pakistan) के प्रधान मंत्री इमरान खान ने सरकार को मंदिर(Hindu Temple) के निर्माण के लिए लगभग 1.3 मिलियन डॉलर देने का आदेश दिया।
पाकिस्तान में कई मुस्लिम धर्मगुरुओं ने मंदिर न बनाने देने की चेतावनी दी है, वह इसलिए क्योंकि पाकिस्तान एक ‘मुस्लिम’ देश है। साथ ही सरकार द्वारा मंदिर के लिए लोगों के करों से धन जुटाने के लिए भी सरकार की निंदा की। इसी बीच मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने हिन्दू मंदिर को पैसे दिए जाने के फैसले से खुद को किनारा कर लिया है।
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आपको बता दें कि पाकिस्तान में हिन्दू अल्पसंख्यकों को कई प्रकार के दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है। हिन्दू बहन-बेटियों का अपहरण कर उनका धर्म बदल दिया जाता है। यदि कोई हिन्दू संगठन अपने विचार सामने रखता भी है तो यह इस्लामिक उग्रवादी, मुस्लिम देश होने का हवाला देकर उन्हें जबरन चुप कर देता है।
कुछ ही समय पहले पाकिस्तान में मुस्लिम भीड़ द्वारा हिन्दू मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया था। उस समय भी इस्लामिक देश में हिन्दू मंदिर नहीं बनने देने की चेतावनी दी गई थी। पाकिस्तान जिस तरह अपने देश के अल्पसंख्यक तबके पर जुर्म ढाता है, वह जग जाहिर है और यह नया मामला भी उसी का उदाहरण है।(SHM)