प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड में राष्ट्रीय कैडेट कोर(एनसीसी) की रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बीते साल भारत ने दिखाया है कि वायरस हो या बॉर्डर की चुनौती, भारत अपनी रक्षा के लिए पूरी मजबूती से हर कदम उठाने में सक्षम है। वैक्सीन का सुरक्षा कवच हो या फिर भारत को चुनौती देने वालों के इरादों को आधुनिक मिसाइल से ध्वस्त करना, भारत हर मोर्च पर समर्थ है। प्रधानमंत्री मोदी ने 26 जनवरी की परेड में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए एनसीसी कैडेट की सराहना की। उन्होंने कहा कि जहां संविधान के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने का अभियान चल रहा है वहां एनसीसी कैडेट दिखते हैं। पर्यावरण,जल संरक्षण या स्वच्छता से जुड़ा कोई अभियान हो वहां एनसीसी के कैडेट जरूर नजर आते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना के पूरे कालखंड में लाखों लाख कैडेट्स ने देश भर में जिस प्रकार प्रशासन, समाज के साथ मिलकर काम किया है वो प्रशंसनीय है। हमारे संविधान में जिन नागरिक कर्तव्यों की बात कही गई है, वो निभाना सभी का दायित्व है।
उन्होंने कहा, “ये कालखंड चुनौतीपूर्ण तो रहा लेकिन ये अपने साथ अवसर भी लाया। अवसर, चुनौतियों से निपटने का, विजयी बनने का। अवसर, देश के लिए कुछ कर गुजरने का। अवसर, देश की क्षमताएं बढ़ाने का। अवसर, आत्मनिर्भर बनने का। अवसर, साधारण से असाधारण और असाधारण से सर्वश्रेष्ठ बनने का।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “इन सभी लक्ष्यों की प्रप्ति में भारत की युवा शक्ति की भूमिका और युवा शक्ति का योगदान सबसे महत्वपूर्ण है। आप सभी के भीतर मैं एक राष्ट्रसेवक के साथ ही एक राष्ट्र रक्षक भी देखता हूं। ये वर्ष एक कैडेट के रूप में, भारतीय नागरिक के रूप में नए संकल्प लेने का वर्ष है। देश के लिए संकल्प लेने का वर्ष है। देश के लिए नए सपने लेकर चल पड़ने का वर्ष है।” (आईएएनएस)