हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के शोधकर्ताओं ने एक गतिशील सुपरमैसिव ब्लैक होल (Black Hole) की पहचान की है। एस्ट्रोफिजिकल जर्नल (Astrophysical Gernal) में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि सुपरमैसिव ब्लैक होल (Supermassive Black Hole) आकाशगंगा जे0437 प्लस 2456 के अंदर प्रति घंटे लगभग 110,000 मील (लगभग 177,028 किलोमीटर) की गति से घूम रहा है।
एक गतिशील सुपरमैसिव ब्लैक होल (Supermassive Black Hole) को पकड़ना कठिन साबित हुआ है, हालांकि वैज्ञानिकों ने लंबे समय तक सिद्धांत दिया है कि वे अंतरिक्ष (Space) में घूम सकते हैं।
सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के एक खगोलशास्त्री डॉमिनिक पेसे ने कहा, “हम गतिशील सुपरमेसिव ब्लैक होल्स (Black Hole) के बहुतायत में होने की उम्मीद नहीं कर रहे हैं, वे आमतौर पर बस आसपास ही रहते हैं।”
उन्होंने कहा, “वे इतने भारी होते हैं कि उनका गतिमान होना मुश्किल होता है।”
पेसे और उनके सहयोगी सुपरमैसिव ब्लैक होल (Supermassive Black Hole) और आकाशगंगाओं के वेगों की तुलना करते हुए पिछले पांच सालों से इस दुर्लभ घटना का अवलोकन करने के लिए काम कर रहे हैं।
एक प्रश्न उठता है कि क्या ब्लैक होल के वेग वैसे ही होते हैं जैसे कि वे जिन आकाशगंगाओं के वेगों में रहते हैं? इस पर उन्होंने कहा, “हम उनसे समान वेग की उम्मीद करते हैं। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो इसका मतलब है कि ब्लैक होल में गड़बड़ी हुई है।”
टीम ने उनकी खोज जारी रखी और उन्होंने शुरू में 10 दूरस्थ आकाशगंगाओं और उनके कोर पर सुपरमैसिव ब्लैक होल (Supermassive Black Hole) का सर्वेक्षण किया।
उन्होंने विशेष रूप से उस ब्लैक होल (Black Hole) का अध्ययन किया, जिसमें उनके अभिवृद्धि डिस्क के भीतर पानी था – सर्पिल संरचनाएं, जो ब्लैक होल में अंदर की ओर घूमती हैं।
जैसा कि पानी ब्लैक होल के चारों ओर परिक्रमा (Revolving) करता है, यह लेजर प्रकाश जैसी किरण का उत्पादन करता है, जिसे मसर के रूप में जाना जाता है।
पेसे ने कहा कि जब बहुत लंबी बेसलाइन इंटरफेरोमेट्री (baseline Interferometry) (वीएलबीआई) नामक तकनीक का उपयोग करके रेडियो एंटेना के संयुक्त नेटवर्क के साथ अध्ययन किया जाता है, तो मैसर्स ब्लैक होल के वेग को बहुत सटीक रूप से मापने में मदद कर सकते हैं।
इस तकनीक ने टीम को यह निर्धारित करने में मदद की कि 10 सुपरमैसिव ब्लैक होल (Supermassive Black Hole) में से नौ ठहराव की स्थिति में थे, लेकिन एक बाहर की ओर था और गति में लग रहा था।
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पृथ्वी (Earth) से 23 करोड़ प्रकाश-वर्ष दूर स्थित ब्लैक होल (Black Hole) जे0437 प्लस 2456 नामक एक आकाशगंगा के केंद्र में स्थित है।
इसका द्रव्यमान हमारे सूर्य से लगभग 30 लाख गुना है। (आईएएनएस-SM)