ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने चीन पर ऑस्ट्रेलियाई निर्यात वस्तुओं के खिलाफ कदम उठाकर मुक्त व्यापार समझौते को कमजोर करने का आरोप लगाया है। बीबीसी ने बुधवार को बताया कि ऑस्ट्रेलियाई व्यापार मंत्री साइमन बर्मिघम ने कहा कि चीन ने दोनों देशों के बीच तनाव के बीच एक दर्जन ऑस्ट्रेलियाई सामानों को निशाना बनाया है। चीन ने इस साल अनाज, शराब और बीफ जैसे ऑस्ट्रेलियाई मालों पर प्रतिबंध या रोक लगा दी है। इसने ऑस्ट्रेलिया की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि चीन इसका सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
बर्मिघम ने कहा, “हम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लक्षित संभावित भेदभाव के मुद्दों को उठाना जारी रखेंगे।” उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया विवाद निपटाने को लेकर सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है।
चीन ऑस्ट्रेलिया के निर्यात का एक तिहाई से अधिक खरीदता है, और दो-तरफा व्यापार का 27 प्रतिशत हिस्सा है। चीन ने बिगड़ते राजनीतिक संबंधों के बीच ऑस्ट्रेलिया पर चीन के प्रति शत्रुतापूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया है। पिछले हफ्ते, ऑस्ट्रेलिया ने ट्विटर पर एक चीनी अधिकारी के पोस्ट पर नाराजगी व्यक्त की, जिसमें एक ऑस्ट्रेलियाई सैनिक की फर्जी तस्वीर शामिल थी और कहा गया कि सैनिक ने एक अफगान बच्चे की हत्या कर दी है।
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ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने बीजिंग से माफी की मांग की, जिसे खारिज कर दिया गया। दोनों राष्ट्रों ने 2015 में एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसने टैरिफ को कम कर दिया और दर्जनों वस्तुओं तक पहुंच बढ़ा दी।
लेकिन मई से, चीन ने जौ, मांस और डेयरी उत्पादों, लकड़ी, कोयला और कपास सहित ऑस्ट्रेलियाई वस्तुओं पर लगातार प्रतिबंध लगाए हैं। (आईएएनएस)