कई यूरोपीय (Europe) देशों द्वारा एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन (Astrazeneca vaccine) के इस्तेमाल पर रोक लगाए जाने के बाद अब कंपनी ने कहा है कि उनके वैक्सीन (Vaccine) के कारण खून (Blood) में थक्के जमने के कोई सबूत नहीं मिले हैं। स्वीडिश-ब्रिटिश फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका (Astrazeneca) और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) द्वारा विकसित की गई इस कोविड-19 (Covid-19) वैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर खून का थक्का बनने की शिकायतों के मद्देनजर इसके इस्तेमाल पर कई देशों ने आर्थिक रूप से रोक लगा दी।
कंपनी ने रविवार को अपने एक बयान में कहा, “सुरक्षा सर्वोपरि है और कंपनी द्वारा अपने वैक्सीन (Vaccine) की सुरक्षा पर लगातार निगरानी की जा रही है।”
इसमें आगे कहा गया, “यूरोपीय संघ और ब्रिटेन (Britain) में टीकाकरण कराए गए 1.7 करोड़ से अधिक लोगों के सुरक्षा से संबंधित उपलब्ध सभी आंकड़ों की गहराई से समीक्षा की गई, जिसमें किसी भी आयु वर्ग और लिंग या किसी विशेष देश के निवासियों के फेफड़ों (Lungs) में खून (Blood) का थक्का (Clot) जमने, खून में प्लेटलेट्स (Platelets) की संख्या में कमी के होने के खतरे का कोई सबूत नहीं मिला है|
#देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में फिर एक बार कोरोना मामलों ने तेज़ी पकड़ ली है। दिल्ली (Delhi) में प्रतिदिन कोरोना वायरस (Corona virus) के 400 से भी अधिक मामले सामने आ रहें है। सत्येन्द्र जैन (Satyendra jain) ने कहा कि , हर दिन 400 से अधिक मामलों का सामने आना काफी चिंताजनक है।
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#स्वास्थ्य विशेषज्ञों और डॉक्टर्स ने कोविड-19 (Covid-19) मामले में अचानक हो रही इस वृद्धि के लोगों को ज़िम्मेदार बताया है , उन्होंने कहा कि , अब लोग यह मानने लगें हैं कि “सब ठीक है”। (आईएएनएस-SM)