By: निखिला नटराजन
तीन नवंबर को होने वाले चुनाव से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन के बीच आखिरी बार गुरुवार रात नैशविले (टेनेसी) में जोरदार बहस हुई। 90 मिनट की बहस के दौरान राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार, जो बाइडन ने ट्रंप पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा ये व्यक्ति व्हाइट हाउस में रहने के लिए अयोग्य है। बाइडन ने ट्रंप को अमेरिका में कोरोनोवायरस से हुई मौतों के लिए जिम्मेदार ठहराया और आगे डार्क विंटर की चेतावनी दी।
बाइडन ने देश में कोरोनावायरस मामले को लेकर ट्रंप को निशाने पर लिया। अमेरिका में कोरोना के 80 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जबकि अब तक 2,22,000 से ज्यादा लोग दम तोड़ चुके हैं।
बाइडन ने कहा, “जो कोई भी इसके लिए जिम्मेदार है, उसे कई मौतों के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में नहीं रहना चाहिए। हम ऐसी स्थिति में हैं जहां एक दिन में 1000 मौतें होती हैं। और प्रति दिन 70,000 से अधिक नए मामले सामने आते हैं।”
बाइडन ने पहले 15 मिनट में ट्रंप पर खूब हमला बोला और कहा, यह उनकी अयोग्यता है जिसके चलते इतनी जानें गई हैं।
ट्रंप कोविड-19 को खत्म करना चाहते हैं लेकिन कोविड-19 अमेरिका का पीछा नहीं छोड़ रहा।
इस वायरस के मरीज रह चुके ट्रंप ने दावा किया कि दुनिया के नेताओं ने उन्हें वायरस के खिलाफ लड़ाई में बधाई दी है, कि आपने अच्छा काम किया। ट्रंप ने कहा कि स्कूलों को फिर से खोलना होगा, अर्थव्यवस्था को फिर से खोलना होगा और बाइडन तो बस अपने तहखाने में जाकर अपने आप को कैद कर लें।
ट्रंप और बाइडन के बीच जोरदार बहस के दौरान म्यूट बटन ने भी आधिकारिक रूप से एंट्री कर ली। हालांकि, ट्रंप ने इसे अनुचित करार दिया।
दरअसल पहली बहस के दौरान दोनों ने एक-दूसरे पर खूब टोकाटाकी की थी, जब बाइडन बोल रहे ते तो ट्रंप बार-बार टोक रहे थे इस स्थिति से बचने के लिए म्यूट बटन का इस्तेमाल किया गया। ट्रंप और बाइडन के माइक्रोफोन दो मिनट के ओपनिंग रिमार्क के दौरान बंद कर दिए गए, यानी जब बाइडन से सवाल पूछा गया तो उन्हीं का माइक चालू रहा। सभी छह सेगमेंट के दौरान ऐसा ही चला।
ट्रंप के लिए म्यूट बटन हर उस चीज का विरोधी है, जिसके लिए वह अब तक खड़े होते आए हैं, यह कुछ ऐसा है जिसे वह पसंद नहीं करते लेकिन कहीं न कहीं इसके प्रभाव के आगे झुकते हैं।
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अंतिम बहस में मास्क की मौजूदगी भी देखने को मिली। इस महीने व्हाइट हाउस के कोविड-19 क्लस्टर बनने के बाद ऐसा देखने को मिला। कोरोना से संक्रमित हो चुकीं प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप भी डिबेट के दौरान मास्क पहने नजर आईं।
जलवायु परिवर्तन पर एक सवाल का जवाब देने के दौरान ट्रंप ने खराब वायु गुणवत्ता के लिए रूस, भारत, चीन का नाम लिया।
बाइडन ने उत्तर कोरिया, चीन और रूस के नेताओं को ‘ठग’ कहा और ट्रंप पर आरोप लगाया कि वो उन्हें गले लगाते हैं।
बाइडन ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ट्रंप के रिश्ते असमान्य रूप से घनिष्ट रहे हैं और कई लोगों के लिए यह परेशानी का सबब रहा है।
अफगानिस्तान मसले पर बाइडन का मानना है कि अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान में अहम भूमिका होनी चाहिए और अगर वो राष्ट्रपति बने तो संभावना है कि ट्रंप की तुलना में वो लंबे समय तक वहां अमरीकी सेना को रखें। बाइडन ने कहा, कि अगर मैं राष्ट्रपति बना चुनाव में दखलअंदाजी की साजिश करने वाले बाहरी ताकतों को सबक सिखाया जाएगा। मुझे पता है कि रूस, ईरान और चीन दखल देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रूस नहीं चाहता कि वह चुनाव जीते।
इस पर ट्रंप ने कहा कि रूस को लेकर मैं जितना सख्त मैं रहा हूं उतना शायद ही कोई अन्य राष्ट्रपति रहे हों।
इस बहस को मॉडरेट एक अश्वेत महिला क्रिस्टन वेल्कर थी जो 1992 के बाद से प्रेसिडेंशियल डिबेट को मॉडरेट करने वाली दूसरी अश्वेत महिला हैं।
वहीं, जहां फाइवथर्टी पोल एवरेज ने बाइडन को नेशनल पोल में ट्रंप से 9.9 पॉइंट से आगे बताया है, दूसरी ओर रियलक्लीयर पॉलिटिक्स पोल एवरेज ने 7.9 पॉइंट से आगे बताया है।(आईएएनएस)