ओमान के सरकारी क्षेत्र में काम करने वाली ज्यादातर प्रवासी भारतीय महिला महिलाएं हैं। मध्य-पूर्वी देश के नेशनल सेंटर फॉर स्टेटिसटिक्स और इंफॉर्मेशन (एनसीएसआई) की एक रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है। गल्फ न्यूज के मुताबिक, एनसीएसआई की 2020 ईयर बुक ने खुलासा किया है कि भारतीय महिलाएं इस सूची में शीर्ष स्थान पर हैं।
वहीं सूची में दूसरा स्थान मिस्र की महिला कर्मचारियों का है, जिनकी संख्या 3,090 है और तीसरे स्थान पर सूडान की महिलाएं हैं।
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गैर-ओमानी जीसीसी महिलाओं की संख्या सबसे कम 36 थी।
आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि 2019 में देश के सरकारी क्षेत्र में कार्यरत कुल भारतीय कर्मचारियों में से 37 फीसदी भारतीय महिलाएं हैं।
आंकड़ों के अनुसार, प्रवासी महिला कर्मचारियों में से अधिकांश शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत हैं। रिपोर्ट में सामने आया है कि तकनीकी और सीमित कौशल वाले मजदूरों में महिलाओं का कौशल स्तर सबसे ज्यादा था।
हालांकि, एनसीएसआई के 2020 के अगस्त बुलेटिन से पता चलता है कि पिछले साले की तुलना में ओमान के सरकारी क्षेत्र में प्रवासी कर्मचारियों की संख्या में 18.8 प्रतिशत की और निजी क्षेत्र में 12 प्रतिशत की गिरावट आई है।
इसके अलावा प्रवासियों की आबादी में भी कमी दर्ज की गई है। पिछले साल की तुलना में आबादी में बांग्लादेशियों की 10.2 प्रतिशत, भारतीयों की 14.5 प्रतिशत, पाकिस्तानियों की 11.9 प्रतिशत और मिस्रवासियों की 1.1 प्रतिशत की कमी आई है।(आईएएनएस)