भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और आगरा जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा है कि ताजमहल और आगरा के किले को छोड़ कर शहर के अन्य ऐतिहासिक स्मारक आगंतुकों के स्वागत के लिए तैयार है। जिन स्मारकों को 163 दिनों के बाद फिर से खोला जाएगा, उनमें अकबर का मकबरा सिकंदरा, एत्मादुद्दौला, मेहताब बाग, फतेहपुर सीकरी, मरियम का मकबरा, राम बाग, चीनी का रोजा आदि शामिल हैं।
एएसआई सुपरिटेंडिंग आर्कियोलॉजिस्ट बसंत कुमार ने कहा कि सभी आगंतुकों की स्मारकों में प्रवेश करने से पहले पूरी जांच की जाएगी। टिकटें ऑनलाइन खरीदनी होंगी क्योंकि स्मारकों में टिकट खिड़कियां नहीं खोली जाएंगी। सभी आगंतुकों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा और हर दिन केवल 2,000 आगंतुकों को प्रवेश की अनुमति होगी।
यह भी पढ़ें: अभी महामारी खत्म नहीं हुई है: डब्ल्यूएचओ
जिला मजिस्ट्रेट पी.एन. सिंह ने कहा, “15 सितंबर के बाद ताजमहल और आगरा किले को फिर से खोलने की योजना बनाई जाएगी, लेकिन पर्यटकों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।”
बता दें कि कोविड-19 के कारण आगरा के टूरिस्ट और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर को खासा नुकसान हुआ है। उद्योग जगत ने मंगलवार से कुछ छोटे स्मारकों को फिर से खोलने के फैसले का स्वागत करते हुए ताज और आगरा किले को जल्द खोलने की मांग की। इसके अलावा आगरा के बेंगलुरु और मुंबई से जोड़ने के लिए कुछ नई उड़ानें अक्टूबर में शुरू होने की उम्मीद है।
यह भी पढ़ें: कोरोना से ठीक हो रहे लोगों के अंगों पर पड़ रहा संक्रमण का असर?
आगरा के स्मारक 17 मार्च से बंद हैं। केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने 6 जुलाई से पूरे भारत में स्मारकों को फिर से खोलने का निर्देश दिया था। लेकिन कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़ने के कारण जिला प्रशासन ने 1 सितंबर तक के लिए इसे टालने का फैसला किया था।
आगरा में अब तक 107 मौतों के साथ 2,901 मामले दर्ज हो चुके हैं।(आईएएनएस)