विश्व हिंदू परिषद (विहिप) अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और हिंदू समुदाय की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए निधि संग्रह अभियान के तौर-तरीकों पर काम करने के लिए दो ‘संत सम्मेलन’ का आयोजन करेगी। सम्मलेन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और वाराणसी में क्रमश: शनिवार और सोमवार को आयोजित किए जाएंगे।
पहला सम्मलेन 19 दिसंबर को प्रयागराज के केसर भवन में आयोजित किया जाएगा, जबकि दूसरा सम्मलेन 21 दिसंबर को वाराणसी के बाबा बालक दास आश्रम में होगा।
विहिप अगले साल मकर संक्रांति पर 15 जनवरी से धन संग्रह करना शुरू करेगी।
विहिप के मीडिया प्रभारी अश्विनी मिश्रा ने कहा, “हिंदू समुदाय के अधिकतम लोगों तक पहुंचने के लिए साधु-संत एक रणनीति तैयार कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि आरएसएस कार्यकर्ताओं और अन्य हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ विहिप के स्वयंसेवक शहर, ट्रांस गंगा, ट्रांस यमुना और पड़ोसी क्षेत्रों में धन संग्रह के लिए हिंदू समुदाय के हर सदस्य तक पहुंचने का प्रयास करेंगे।
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प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, सुल्तानपुर, और अमेठी से बड़ी संख्या मे साधु संत केसर भवन में आयोजित समारोह में भाग लेंगे।
मिजार्पुर, भदोही, काशी, जौनपुर, गाजीपुर और सोनभद्र जैसे अन्य जिलों के साधु-संत सोमवार को वाराणसी में संत सम्मेलन में शामिल होंगे।
विहिप समूहों को गठित करेगा जो धन एकत्र करने के लिए हिंदू समुदाय की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जिलों के अधिकांश इलाकों को कवर करेगा।(आईएएनएस)