पर्यटन, यात्रा और आतिथ्य (टूरिज्म, ट्रैवल एंड हॉस्पिटैलिटी) उद्योग को कोविड-19 महामारी ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अकाउंटेंट्स (आईएमए) की एक हालिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। सर्वेक्षण रिपोर्ट के नतीजे से पता चला है कि इन सेक्टरों के राजस्व में काफी गिरावट आई है। रिपोर्ट में संभावना जताई गई है कि इन सेक्टर्स से जुड़ी बड़ी कंपनियों को महामारी के कारण अपने राजस्व में बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा है।
आईएमए ने एक बयान में कहा, सभी आकारों की कंपनियों के बीच राजस्व में सामान्य गिरावट के बावजूद, हमारे सर्वेक्षण के एक-तिहाई लोगों ने महसूस किया है कि वे अपनी प्रतिस्पर्धा से बेहतर कर रहे हैं और 10 प्रतिशत से भी कम लोगों को लगा कि वे अपने प्रतिद्वंद्वियों से पीछे हैं।
बयान में कंपनियों में काम करने वाले लोगों की संख्या के लिहाज से प्रतिक्रियाएं बताई गई हैं। रिपोर्ट में सामने आया कि 1,000 से अधिक कर्मचारियों वाली बड़ी कंपनियों (39 प्रतिशत) को विश्वास है कि वे अपनी प्रतिस्पर्धी से आगे हैं। वहीं 100 से कम कर्मचारियों वाली छोटी कंपनियों (29 प्रतिशत) की ओर से ऐसी प्रतिक्रिया सामने आई है।
इसके अलावा पर्यटन, यात्रा और आतिथ्य उद्योगों में वित्तीय पेशेवरों को भी महामारी ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, पर्यटन, यात्रा और आतिथ्य उद्योग के साथ कार्यरत 13 प्रतिशत वित्तीय पेशेवरों को अस्थायी तौर पर छुट्टी दे दी गई है और 58 प्रतिशत के वेतन में कटौती की गई है।
यह रिपोर्ट पांच देशों, चीन, भारत, सऊदी अरब (केएसए), संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित 1,481 अकाउंटिंग (लेखांकन) और फाइनेंस (वित्तीय) पेशेवरों के बीच किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है।
इसके अलावा रिपोर्ट में पता चला है कि कंपनियों के बोर्ड राजस्व में गिरावट आई है और बड़ी कंपनियों को अपनी छोटी समकक्ष कंपनियों से भी अधिक संकट का सामना करना पड़ा है।
दिलचस्प बात यह कि रिपोर्ट में कहा गया है कि कई कंपनियों का यह भी मानना है कि महामारी के बावजूद, वे उद्योग में प्रतियोगिता के लिहाज से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं।
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इसके अलावा सर्वेक्षण में शामिल अधिकांश उत्तरदाताओं ने खुलासा किया कि महामारी के दौरान उनके वेतन और बोनस दोनों में कटौती हुई है। (आईएएनएस)