By: वेंकटचारी जगन्नाथन
तमिलनाड़ु में साइकिल से लेकर युद्धक टैंकर और रॉकेट तक की विनिर्माण इकाइयां मौजूद हैं और अब यह राज्य इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) का भी केंद्र बनने के लिए पूरी तरह से तैयार है। यहां कृष्णागिरि जिले में दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर प्लांट तेजी से बन रहा है। इसे ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी द्वारा बनाया जा रहा है, जो 500 एकड़ की जमीन में फैला हुआ है।
हाल ही में ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने 2,354 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के बारे में ट्वीट करते हुए कहा, “महज 4 महीने में बंजर और पत्थरों से भरी इस जमीन पर अब दुनिया की सबसे बड़ी टू व्हीलर फैक्ट्री तैयार हो चुकी है। ओलाफ्यूचर फैक्ट्री फेज-1 तैयार होने को है। स्कूटर जल्द आ रहे हैं। टीम ओला इलेक्ट्रिक ने बेहतरीन काम किया है।”
हीरो मोटोकॉर्प द्वारा समर्थित एथर एनर्जी ने पहले से ही होसुर में अपने प्लांट से इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स को रोल आउट करना शुरू कर दिया है। कंपनी ने अगले पांच साल में करीब 635 करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश की घोषणा की है।
डायवर्सिफाइड इंजीनियरिंग कंपनी ग्रीव्स कॉटन लिमिटेड की सहायक कंपनी एम्पीयर व्हीकल्स इस साल के अंत तक अपने रानीपेट प्लांट से इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स उतारेगी।
एम्पीयर व्हीकल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक और ग्रीव कॉटन के ग्रुप सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर नागेश ए. बसवनल्ली ने आईएएनएस को बताया, “शुरूआत में उत्पादन क्षमता लगभग एक लाख यूनिट प्रति वर्ष होगी और इसे समय के साथ दस लाख यूनिट तक बढ़ाया जाएगा। विभिन्न घटकों के लिए विक्रेता आधार के विकास के लिए चर्चा चल रही है।”
ग्रीव्स कॉटन ने तमिलनाडु सरकार के साथ दस लाख यूनिट की वार्षिक क्षमता के साथ एक संयंत्र स्थापित करने के लिए 10 वर्षों की अवधि में लगभग 700 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
ईवी प्लांट में निवेश करने का नवीनतम निर्णय 38,105 करोड़ रुपये का मुरुगप्पा ग्रुप का ट्यूब इन्वेस्टमेंट्स ऑफ इंडिया लिमिटेड है।
नाम ना जाहिर करने की शर्त पर कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “हम चेन्नई में अपना इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर प्लांट लगाएंगे, जहां हमारे पास पहले से ही जमीन है। हमने ईवी नीति के आधार पर इंसेन्टिव के लिए तमिलनाडु सरकार से संपर्क किया है।”
मुख्य वित्तीय अधिकारी के. महेंद्र कुमार ने कहा कि ट्यूब इन्वेस्टमेंट चालू वित्त वर्ष में लगभग 200-250 करोड़ रुपये का निवेश करेगा और इसका एक बड़ा हिस्सा इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर प्रोजेक्ट के लिए होगा।
इस खंड में अन्य संभावित निवेशक अशोक लीलैंड लिमिटेड हैं जिन्होंने हल्के वाणिज्यिक वाहन (एलसीवी) खंड में कुछ नया करने का फैसला किया है। (आईएएनएस-PS)