प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वल्र्ड सस्टेनेबल डेवलपमेंट समिट 2021 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए जलवायु परिवर्तन(क्लाइमेट चेंज) की लड़ाई जलवायु न्याय(क्लाइमेट जस्टिस) के माध्यम से लड़ने पर जोर दिया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आपदाओं की मार सबसे ज्यादा गरीब वर्ग पर पड़ती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इस समिट को संबोधित करते हुए टेरी जैसे वैश्विक मंच (द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टिट्यूट) की अहमियत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह हमारे वर्तमान और भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लोगों का स्वास्थ्य और हमारे इस ग्रह का स्वास्थ्य मानवता की प्रगति यात्रा को परिभाषित करेगी। क्योंकि ये दोनों चीजें आपस में जुड़ीं हुई हैं।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जलवायु परिवर्तन से लड़ने की राह जलवायु न्याय के माध्यम से है। जलवायु न्याय के मूल में बड़े दिल वाले होने का सिद्धांत हैं। जलवायु न्याय भी बड़ी और दीर्घकालिक तस्वीर के सोचने के बारे में है। पर्यावरण में परिवर्तन एक दुखद वास्तविकता है और प्राकृतिक आपदाएं गरीबों को सबसे अधिक प्रभावित करती हैं।” (आईएएनएस)