दुबई के भारतीय स्टैंड-अप कॉमेडियन मिक्दाद दोहड़वाला (Miqdaad Dohadwala) का कहना है कि अमीरात में भीड़ के सामने सबको हंसाना ज्यादा मुश्किल नहीं है, बस आपको दो साधारण नियमों का ध्यान रखना होगा कि कभी भी किंगडम के बारे में मजाक न करें, और कभी भी स्थानीय लोगों का मजाक न बनाएं। दोहड़वाला (Miqdaad Dohadwala) ने आईएएनएस को बताया, “हमें लोगों की भावनाओं के प्रति संवेदनशील होने की जरूरत है। किंगडम और स्थानीय लोगों का मजाक बनाना पूरी तरह मनाही है।”
साल 2014 में मुंबई से दुबई बसने वाले कलाकार का कहना है कि यहां का दृश्य भारत से अलग नहीं है। उन्होंने कहा, “दुबई में स्टैंड-अप कॉमेडी भारत जैसी ही है।”
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उन्होंने आगे कहा, “आप एक रात के लिए हमारी बहुत ही ‘देसी’ भीड़ के लिए उपस्थित हो सकते हैं और वहीं दूसरे दिन युक्रेनियों की पूरी मंडली के लिए मंच पर हो सकते हैं। यही कारण है कि जो कंटेंट आपके पास होना चाहिए, वह सांस्कृतिक बाधाओं से परे लोगों से जोड़ने के लिए होनी चाहिए। भारत में हम कंटेंट का स्थानीयकरण करते हैं, क्योंकि दर्शक एक सामान्य आधार पर संबंधित हैं। विविध भारतीय अनुभवों को एक्सप्लोर करना आसान है।”
हास्य कलाकारों का इरादा गलत नहीं होता
मिक्दाद दोहड़वाला दोहड़वाला (Miqdaad Dohadwala) हास्य लेखक मुनव्वर फारुकी की गिरफ्तारी से दुखी है। इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए, वे कहते हैं कि हास्य कलाकारों का इरादा कभी भी गलत नहीं होता है, और वे कभी भी भावनाओं को चोट नहीं पहुंचाना चाहते हैं। स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी को 1 जनवरी को इंदौर में एक शो में ‘धार्मिक भावनाओं को आहत करने’ के लिए गिरफ्तार किया गया था।
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आदर्श दुनिया में कॉमेडियन को सेंसर करना सही नहीं
दोहड़वाला ने कहा, “मुनव्वर के साथ जो हो रहा है वह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है। एक आदर्श दुनिया में कॉमेडियन को सेंसर नहीं किया जाना चाहिए। हमारा इरादा कभी गलत नहीं है, हम भावनाओं को आहत नहीं करना चाहते हैं।” (आईएएनएस)