नेशनल गर्ल चाइल्ड डे के अवसर पर रविवार को अभिनेत्री रानी मुखर्जी ने सिनेमा की ताकत के बारे में बात की, जिनसे समाज में बदलाव आता है और जिसका लाभ महिलाओं को मिलता है। बॉलीवुड में पिछले 24 साल से सक्रिय रानी का मानना है कि वह कुछ ऐसे फिल्मों का हिस्सा रही हैं, जिनमें महिलाओं के किरदार सशक्त रहे हैं।
यह भी पढ़ें : उमा भारती की मप्र में सक्रियता के सियासी मायने
रानी कहती हैं, “सिनेमा में समाज में बदलाव लाने का पावर है और कलाकारों में अपनी फिल्मों के माध्यम से लोगों से बात करने और सकारात्मक बदलाव लाने वाली सोच का बीजारोपण करने की शक्ति है। एक कलाकार के तौर पर ऐसी परियोजनाओं का हिस्सा बनने के लिए मैं खुशकिस्मत रही हूं, जिनमें महिलाओं को मुख्य किरदार के रूप में पेश किया गया है और सच कहूं, तो मुझे अभी भी ऐसे ही कामों की तलाश रहती है। (आईएएनएस)