बिहार के सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र में दो साल पहले एक मंदिर से चेारी हुई मूर्तियां फिर से मंदिर में पहुंच गई है। कोई अज्ञात शख्स ने चोरी गई तीन मूर्तियों में से दो मूर्तियां मंदिर के बाहर छोडकर चला गया। कई लोग इसे चोरों का हृदय परिवर्तन बता रहे हैं तो कोई भगवान की कृपा कह रहा। पुलिस इसे सख्ती बता रही है। मांझी के थाना प्रभारी ओम प्रकाश चौहान ने गुरुवार को आईएएनएस को बताया कि:
फतेहपुर सरैया गांव स्थित रामजानकी मठ से करीब दो साल पहले अज्ञात चोरों ने भगवान राम, लक्ष्मण और मां जानकी की प्राचीन और मूलयवान मूर्तियों को चुराकर ले गए थे। इन्हीं चोरी की गई 3 मूर्तियों में से 2 मूर्तियों को अज्ञात शख्स द्वारा मंदिर परिसर की दीवार के पास रख दिया गया। बताया गया जिस शख्स ने यहां प्रतिमा रखी वह मंदिर के गेट को खटखटाया और चला गया।
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आवाज सुनने के बाद मंदिर के पुजारी ने बाहर निकल कर देखा तो एक झोले में जींस पैंट से लपेटकर श्रीराम और जानकी की मूर्ति रखी हुई थी। मूर्ति के पास कोई व्यक्ति नहीं था। थाना प्रभारी चौहान ने संभावना जताते हुए कहा कि पुलिस दबिश के कारण चोर मूर्तियों को रखकर फरार हो गए। हालांकि लक्ष्मण जी की प्रतिमा अभी भी बरामद नहीं हुई है। स्थानीय क्षत्रों में लोग चोर के इस हृदय परिवर्तन और भगवान की कृपा बताकर इस घटना की खूब चर्चा कर रहे हैं।(आईएएनएस-SHM)