परहित सरिस धरम नहीं भाई – इस कहावत को दो-वर्षीय भारतीय बच्चा तक्ष जैन पूरी तरह चरितार्थ कर रहा है। कैंसर मरीजों के लिए अपने बाल दान करने वाला वह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का सबसे कम उम्र का बच्चा बन गया है। गुरुवार को गल्फ न्यूज में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, समूचे संयुक्त अरब अमीरात में विद्यार्थियों ने कैंसर के मरीजों के लिए हेयर डोनेशन का अभियान चला रखा है। तक्ष की यह पहल उसी अभियान का ही एक हिस्सा है।
वह मूलत: राजस्थान के कोटा का रहने वाला है। तक्ष की मां नेहा जैन ने बताया कि वह अपने बाल बड़े कर रहा है ताकि बालों की अच्छी-खासी लंबाई हो जाने के बाद उसे दान किया जा सके।
गल्फ न्यूज ने नेहा जैन के हवाले से लिखा है कि मेरी आठ साल की बेटी मिशिका ने भी नवंबर, 2019 में अपने बाल दान कर दिए थे। उसके भी स्कूल में एक ऐसा ही अभियान चलाया गया था और वह अपने बाल दान करना चाहती थी। वह इस बारे में घर पर हमलोगों से बात भी किया करती थी। मेरा बेटा भी उन बातों को सुना करता था और उसने भी यह कहना शुरू कर दिया कि मैं भी दीदी की तरह अपने बालों को दान करूंगा। उसकी ये बातें मुझे छू गईं और इसके बाद वह अपने बाल बढ़ाने लगा।
नेहा ने बताया कि हम उसके बालों को एक अच्छी-खासी लंबाई मिलने तक बढ़ा रहे हैं। उसे अपने लंबे बालों को लेकर कोई शिकायत नहीं है। मेरे बच्चों ने मुझे भी इतना प्रेरित किया कि मैंने भी इस नेक काम के लिए अपने बालों को डोनेट कर दिया।
हेयर फॉर होप इंडिया के संस्थापक प्रेमी मैथ्यू के मुताबिक, इस हेयर डोनेशन अभियान में यूएई के कम से कम सात स्कूल शामिल हैं।
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गल्फ न्यूज ने तक्ष जैन के अलावा यूएई में रह रहे अन्य भारतीय बच्चों का भी अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है जिन्होंने अपने बाल डोनेट किए हैं। उन बच्चों में 12वीं कक्षा के अनिलेष रामचंद्रन (17), छठवीं कक्षा के सूर्यवर्त सुरेश कुमार (12) और आठवीं कक्षा के हितांश हसीत शाह (12) शामिल हैं।(आईएएनएस)