स्वदेशी तकनीक से विकसित हेलिकॉप्टर को मिला प्रारंभिक ऑपरेशनल क्लीयरेंस

एशिया के सबसे बड़े एयर शो - एरो इंडिया 2021 के दौरान संचालन मंजूरी प्रमाण पत्र (प्रारंभिक ऑपरेशनल क्लीयरेंस) मिल गया। एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर माधवन ने बताया कि एचएएल के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है।

 हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा डिजाइन और स्वदेशी तकनीक से विकसित लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (एलयूएच) को शुक्रवार को एशिया के सबसे बड़े एयर शो – एरो इंडिया 2021 के दौरान संचालन मंजूरी प्रमाण पत्र (प्रारंभिक ऑपरेशनल क्लीयरेंस) मिल गया। एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर माधवन ने बताया कि एचएएल के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह स्व-निर्भरता पर स्वदेशी कार्यक्रमों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है और भारतीय सशस्त्र बलों के ऑपरेशनल प्रभाव को बढ़ाता है।

इस हेलिकॉप्टर को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसका इस्तेमाल टोह लेने, परिवहन, माल ढ़ुलाई और बचाव कार्य जैसे कामों में किया जा सकता है। इसमें ऐसी क्षमता है कि वो हिमालय की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है। करीब आठ साल पहले इसके निर्माण का काम शुरू किया गया था। 
 

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लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर । (आईएएनएस)

एचएएल के डायरेक्टर (इंजीनियरिंग और आर ऐंड डी) अरूप चटर्जी ने कहा कि इस हेलिकॉप्टर का सभी क्षेत्रों में और सभी मौसम में प्रदर्शन बेहद संतोषजनक रहा है। अब तक तीन प्रोटोटाइप बनाए गए हैं। विभिन्न इलाकों और जलवायु परिस्थितियों जैसे ठंड के मौसम, गर्म मौसम, समुद्र-स्तर और बेहद ऊंचाई के तहत 550 से अधिक उड़ानों को पूरा किया गया है। यह प्रयोग कड़े प्रमाणीकरण और उपयोगकर्ता की जरूरतों का अनुपालन करते हैं। (आईएएनएस)
 

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