By- नवनीत मिश्र
कोरोना वायरस की चुनौतियों के बीच शनिवार को देश का 74 वां स्वतंत्रता दिवस समारोह मना। पहले की तरह धूम-धाम से भले न आयोजन हुआ हो, लेकिन जोशो-खरोश में किसी तरह की कमी नहीं दिखी। लाल किले पर इस बार विशेष इंतजामों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण हुआ। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी सोशल डिस्टैंसिंग सहित स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर(एसओपी) के सभी दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन हुआ।
राजघाट में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किला पहुंचे। यहां 41 फिट ऊंचे और 24 फिट चौड़े लाहौरी गेट से होकर वह लाल किले की प्राचीर पर पहुंचे। प्राचीर पर तिरंगा फहराने के बाद सुबह साढ़े सात बजे से नौ बजे तक डेढ़ घंटे लंबा भाषण दिए।
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प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता सेनानियों और वीर शहीदों को नमन करते हुए भाषण की शुरूआत की। आत्म निर्भर भारत, कोरोना वायरस की चुनौती और विकासीय योजनाओं पर उनका भाषण केंद्रित रहा। नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, नई साइबर सिक्योरिटी नीति, आधारभूत संसाधनों के निर्माण पर सौ लाख करोड़ के खर्च सहित करीब दस बड़ी घोषणाएं प्रधानमंत्री मोदी ने कीं।
इस बार मेहमान सीमित संख्या में बुलाए गए थे। कोरोना के कारण पहली बार स्कूली बच्चे भी लाल किला परिसर में होने वाले इस राष्ट्रीय समारोह में नहीं बुलाए गए थे। इससे पूर्व के आयोजनों के दौरान प्रधानमंत्री भाषण खत्म कर बच्चों के बीच जाकर मिलते थे। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका।
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लाल किला परिसर में मेहमानों की कुर्सियों के बीच करीब छह-छह फिट की दूरी बनाई गई थी। हर कुर्सी पर सैनिटाइजर की व्यवस्था रही। मेहमानों के लिए मास्क अनिवार्य किया गया था। इस बार नेताओं ने एक दूसरे से हाथ मिलाने की जगह दूर से ही हाथ जोड़कर एक दूसरे का अभिवादन किया। सूत्रों ने बताया कि लाल किला परिसर की सुरक्षा में लगाए गए जवानों को पहले से क्वारंटाइन किया गया था। ताकि 15 अगस्त को तैनाती के समय तक वह पूरी तरह से स्वस्थ रहें।
मेहमानों में वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री पहली कतार में बैठे थे। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव प्रमुख रूप से मौजूद रहे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद भी इस समारोह में पहुंचे थे। (IANS)