सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ( SAMSUNG ) ने सोमवार को कहा कि उनका गैलेक्सी बड्स प्रो (Galaxy buds pro ) वायरलेस ईयरबड्स उन लोगों के लिए भी कारगर है, जिन्हें सुनने में दिक्कत आती है। सैमसंग ( SAMSUNG ) के मुताबिक, कान, नाक और गले से संबंधित शोध के प्रति समर्पित एक जाने-माने साइंटिफिक जर्नल क्लिनिकल एंड एक्सपेरिमेंटल ओटोरिनोलैरिंगोलॉजी (सीईओ) में पिछले हफ्ते प्रकाशित एक शोध में सुझाया गया कि गैलेक्सी बड्स प्रो में शामिल एंबीयेंट साउंड फीचर उन लोगों के लिए मददगार है, जिनमें हल्के से मध्यम सुनने की कमी है।
इसका एंबीयेंट साउंड फीचर 20 डेसिबल तक आसपास की ध्वनि को एम्प्लीफाई करने की क्षमता रखता है। इनमें चार लेवल दिए गए हैं, जिनका चुनाव कर यूजर्स अपने आसपास की ध्वनि को अपने हिसाब से एडजस्ट कर सकता है।
कंपनी ने कहा कि सोल में सैमसंग मेडिकल सेंटर के साथ मिलकर इस शोध को अंजाम दिया गया।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी पिछले दस सालों से सुनने की क्षमता पर मोबाइल डिवाइसों के प्रभाव का पता लगाने और यूजर्स के लिए साउंड एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है।
सैमसंग ( SAMSUNG ) ने कहा, “शोध में सुनाई देने में सहायक संबंधी मशीन, एक पर्सनल साउंड एम्प्लीफिकेशन प्रोडक्ट और गैलेक्सी बड्स प्रो के प्रभाव का आकलन किया गया।”
शोध में पहले हल्के से मध्यम सुनने की कमी से ग्रस्त लोगों में ट्र वायरलेस ईयरबड्स के संभावित रूप से फायदेमंद होने का परीक्षण किया गया और इसके माध्यम से इस समस्या से परेशान दुनिया भर के 150 करोड़ लोगों की जिंदगी को संभावित रूप से सुधारने के बारे में सोचा गया।
गैलेक्सी बड्स प्रो (Galaxy buds pro ), पर्सनल साउंड एम्प्लीफिकेशन प्रोडक्ट और हियरिंग ऐड को तीन परीक्षणों में से होकर गुजरना पड़ा – इलेक्ट्रोएकॉस्टिक एसेस्मेंट, साउंड एम्प्लीफिकेशन इवैल्यूएशन और एक क्लिनिकल परफॉर्मेस इवैल्यूएशन।
कंपनी के मुताबिक, इलेक्ट्रोएकॉस्टिक एसेस्मेंट में गैलेक्सी बड्स प्रो साउंड प्रेशर लेवल, फ्रीक्वेंसी रेंज, इक्वीवैलेंट इनपुट नॉइज और टोटल हार्मोनिक डिस्टॉर्शन इन चारों परफॉर्मेस क्राइटीरिया पर खरा उतरा।
Delivering superior sound in their signature purple design, #GalaxyBuds+ BTS Edition won a Best of Innovation award at CES 2021. Learn more: https://t.co/maB5TXUlVF pic.twitter.com/77boZid8wN
— Samsung Mobile (@SamsungMobile) January 2, 2021
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बात जब साउंड एम्प्लीफिकेशन इवैल्यूएशन की आई, तो इसमें सात अलग-अलग फ्रीक्वेंसी का परीक्षण किया गया। इसमें सभी डिवाइसों में समान उचित स्तर का एम्प्लीफिकेशन दिखा।
इसी तरह से क्लिनिकल परफॉर्मेस इवैल्यूएशन में डिवाइस के साथ और इसके बिना लोगों के सुनने के स्तर के बारे में शोध किया गया और साथ ही साथ शब्दों और वाक्यों को पहचानने की इनकी क्षमता भी परखी गई। ये आंकड़े 1,000 हर्ट्ज, 2,000 हर्ट्ज और 6,000 हर्ट्ज के बीच रहे।
शोध में शामिल हुए लोगों की उम्र 63 साल की उम्र के आसापास रही। ( AK आईएएनएस )