दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में कृषि बिलों के खिलाफ किसानों 70 दिनों के अधिक समय से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। वहीं कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) के अनुसार इस आंदोलन से व्यापार में कुल मिलाकर आवक-जावक के रूप में लगभग एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार प्रभावित हुआ है।
“जिसमें अन्य राज्यों से दिल्ली में आने वाले माल से लगभग 70 लाख रुपये का नुकसान हुआ है और दिल्ली से अन्य राज्यों को भेजे जाने वाले व्यापार में लगभग 40 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान हुआ है।” कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि, “मुख्य रूप से दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के थोक बाजार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।”
यह भी पढ़ें – अल्पसंख्यकों के पवित्र स्थलों का नवीनीकरण कर रहा पाकिस्तान
उन्होंने आगे कहा कि, “व्यावसायिक नुकसान झेलने वाली प्रमुख वस्तुओं में एफएमसीजी उत्पाद, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, आयरन एंड स्टील, टूल्स, पाइप एंड पाइप फिटिंग्स, मशीनरी इक्विपमेंट्स एंड इम्प्लीमेंट्स, मोटर्स एंड पंप्स, बिल्डर हार्डवेयर, केमिकल्स, फर्नीचर और फिक्स्चर, लकड़ी और प्लाईवुड, खिलौने, कपड़ा, रेडीमेड गारमेंट्स, हैंडलूम कपड़े और हैंडलूम बेड फर्निशिंग, इलेक्ट्रिक और वायवीय उपकरण और विभिन्न अन्य उद्योग में प्रयुक्त होने वाले अन्य औद्योगिक उत्पाद बड़ी संख्या में शामिल हैं।” (आईएएनएस)