राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने मंगलवार को शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) की वर्चुअल बैठक से वॉकआउट किया। डोभाल ने यह कदम पाकिस्तानी प्रतिनिधि की ओर से गलत नक्शा दिखाए जाने के बाद उठाया। इस्लामाबाद ने भारतीय इलाकों को पाकिस्तान का हिस्सा दिखाते हुए एक काल्पनिक नक्शा पेश किया था।
यह भी पढ़ें: ‘चॉकलेट’ सैनिकों का मजबूत भारतीय जवानों से कोई मुकाबला नहीं
पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, “रूस की मेजबानी में एससीओ सदस्य देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में पाकिस्तानी एनएसए ने जानबूझकर एक काल्पनिक नक्शा पेश किया, जिसे पाकिस्तान हाल ही में प्रचारित कर रहा है।”
आधिकारिक सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि भारत ने पाकिस्तान द्वारा इस अवैध मानचित्र के इस्तेमाल पर अपनी कड़ी आपत्ति जारी की है। सूत्रों के मुताबिक रूस ने पाकिस्तान को ऐसा न करने के लिए मनाने की बहुत कोशिश की।
श्रीवास्तव ने कहा, “यह मेजबान की ओर से जारी सलाहों की उपेक्षा और बैठक के नियमों का उल्लंघन है। मेजबान से परामर्श के बाद भारतीय पक्ष ने विरोध जताते हुए बैठक को छोड़ दिया।”
उन्होंने कहा, “जैसा की उम्मीद की जा सकती थी, फिर पाकिस्तान ने इस बैठक को लेकर भ्रामक विचार रखे।”
सूत्रों का कहना है कि भारतीय क्षेत्र को पाकिस्तान के हिस्से के रूप मे दिखाना एससीओ चार्टर का घोर उल्लंघन है।
यह भी पढ़ें: अब भारतीय आसमान में गरजेंगे नए युग के आधुनिक विमान
सूत्रों ने कहा कि रूस ने डोभाल को अवगत कराया कि जो भी पाकिस्तान ने किया उसका वह समर्थन नहीं करता है और उसे उम्मीद है कि इस्लामाबाद की उकसाने वाली कार्रवाई एससीओ में भारत की भागीदारी को प्रभावित नहीं करेगी।
नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ रशियन फेडरेशन के सचिव निकोलाई पेत्रुसेव ने भी भारत से कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए डोभाल के बहुत आभारी हैं।
उन्होंने एनएसए के आगामी कार्यक्रमों में शामिल होने की भी उम्मीद की।
एससीओ स्थायी अंतर-सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, जिसका उद्देश्य संबंधित क्षेत्र में शांति, सुरक्षा व स्थिरता बनाए रखना है।(आईएएनएस)