अयोध्या में बहुप्रतीक्षित राम मंदिर का निर्माण पितृपक्ष की समाप्ति यानी 17 सितंबर के बाद शुरू होगा। पितृपक्ष के दौरान हिंदू अपने पूर्वजों के प्रति आभार जताते हैं और इस दौरान कोई भी पवित्र कार्य नहीं किया जाता।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि देश की अग्रणी निर्माण कंपनी लार्सन एंड टुब्रो, भव्य राम मंदिर की आधारशिला रखने के लिए तैयार है, जो राम जन्मभूमि परिसर में 12,879 वर्ग मीटर के क्षेत्र में होगा। कंपनी बिना किसी शुल्क के यह निर्माण कार्य कर रही है। मंदिर की आधारशिला के लिए धरातल से करीब 100 फीट नीचे 1200 खंभे स्थापित किए जाएंगे। इन पिलरों का निर्माण पत्थरों से होगा और इसमें लोहे का प्रयोग नहीं किया जाएगा। फिर दोबारा, इन पिलरों पर अन्य स्तर की आधारशिला रखी जाएगी। निर्माण कंपनी ने मुंबई से मशीनों को मंगवाया है और हैदराबाद से मशीनों को मंगाने की प्रक्रिया में है।
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ट्रस्ट की ओर से मंदिर के अधाराशिला निर्माण के लिए करबी 100 मजदूरों को लगाया जाएगा। बीते सप्ताह, अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) ने राम मंदिर और पूरे राम जन्मभूमि परिसर का नक्शा पास किया था।
प्रस्तावित राम मंदिर 360 फीट लंबा, 235 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा होगा। ट्रस्ट के अनुसार, मंदिर की आधारशिला आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर बनाई जाएगी, ताकि इसे 1500 वर्षो तक और इसकी संरचना को 1000 वर्ष तक संरक्षित किया जा सके।(आईएएनएस)