भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई साल बिताने के बाद भी उन्हें मैच से पहले उन्हें तनाव और व्यग्रता से जूझना पड़ता था। Sachin Tendulkar ने अनएकेडमी के एक सत्र के दौरान कहा, ” दबाव, तनाव और व्यग्रता सब कुछ हमेशा बना रहता था। मेरे साथ यह था कि मैंने महसूस किया कि मेरी सारी तैयारी शारीरिक रूप अच्छी से थी। इतना सब होने के बाद भी मैं हमेशा तनाव में रहता था।”
Sachin Tendulkar ने कहा कि उन्होंने समय के साथ महसूस किया कि मानसिक रूप से मैचों और सीरीज के लिए खुद को तैयार करना कितना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, ” जब मैं भारत के लिए खेल रहा था, तब भी मेरी रातों की नींद हराम थी। समय के साथ, मैंने महसूस किया कि खेल के लिए शारीरिक रूप से तैयारी करने के अलावा, आपको खुद को मानसिक रूप से भी तैयार करना होगा। मैदान में प्रवेश करने से बहुत पहले से ही मेरे दिमाग में मैच शुरू हो जाता था। तनाव का स्तर बहुत अधिक था और मैंने उन चीजों को स्वीकार करना सीख लिया।”
वनडे और टेस्ट में सबसे अधिक रन बनाने का रिकार्ड अपने नाम रखने वाले और इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले एकमात्र क्रिकेटर सचिन ने कहा कि वह लगभग 10-12 वर्षों तक तनाव से जूझते रहे।
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Sachin Tendulkar ने कहा, ” फिर मैंने इसे स्वीकार करना शुरू कर दिया कि यह मेरी तैयारी का हिस्सा है। अगर मैं सो नहीं पा रहा हूं, तो ठीक है, कोई बात नहीं। मैं अपने दिमाग को विचलित करने और इसे उस जगह पर रखने के लिए कुछ करूंगा जहां यह आरामदायक हो।”
Sachin Tendulkar ने भारत के लिए 200 टेस्ट और 463 वनडे मैच खेले। उनका करियर 24 साल का रहा था। टेस्ट में सचिन ने 15,921 और वनडे में 18,426 रन बनाए हैं। सचिन ने अपने वनडे करियर में 49 और टेस्ट करियर में 51 शतक लगाए हैं।(आईएएनएस-SHM)