जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को हार्वर्ड यूएस-इंडिया इनिशिएटिव (एचयूआईआई) के वार्षिक सम्मेलन में वर्चुअल मोड के माध्यम से मुख्य भाषण दिया। एचयूआईआई का लक्ष्य दुनिया भर के छात्रों को भारत की सबसे अहम राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों के बारे में बातचीत में शामिल करना है, जिससे युवाओं को प्रेरक नेताओं से सुनने का मौका मिले और उनके साथ चर्चा का वे हिस्सा बन सकें।
I believe our evolution in student days passes through three most crucial stages-Action, Revolution and Reform.
— Manoj Sinha (@manojsinha_) February 6, 2021
उप-राज्यपाल ने दुनिया भर के छात्रों और उल्लेखनीय वक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ज्ञान और ऊर्जा से लबरेज युवा एक नया भविष्य बनाने जा रहे हैं। उन्हें पारंपरिक ज्ञान का पालन करने अथवा भीड़ का हिस्सा बनने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें यह एहसास होना चाहिए कि वे कौन हैं और क्या चाहते हैं, अर्थात् उन्हें खुद को और खुद की क्षमताओं का जानना ज्यादा जरूरी है।
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इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति युवा है। भारत में 25 वर्ष से कम आयु की 50 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या और 35 वर्ष से कम आयु की 65 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या न केवल दुनिया के लिए एक आशा है, बल्कि कोविड के बाद की परिदृश्य में महत्वपूर्ण उत्प्रेरक है। (आईएएनएस)