प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के आह्वान के तहत और महात्मा गांधी के प्रति सम्मान के तौर पर भाजपा की अगुवाई वाली असम सरकार जल्द ही राज्य के चतुर्थ श्रेणी के सरकारी कर्मचारियों को खादी के कपड़े मुफ्त देना शुरू करेगी। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। सीएम सचिवालय के एक अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शुक्रवार को अधिकारियों और संबंधित मंत्री के साथ बैठक की और असम में उत्पादित सिल्क की एक किस्म ‘एरी’ से बने खादी शर्ट, और शॉल और स्टोल इस महीने से चरणबद्ध तरीके से चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को प्रदान करने का फैसला किया।
अधिकारी ने कहा, “खादी के कपड़े पुरुष और महिला दोनों कर्मचारियों को उपहार के रूप में दिए जाएंगे और वे उन्हें अपनी आधिकारिक यूनिफार्म के रूप में इस्तेमाल करेंगे।” राज्य के सरकारी कर्मचारियों को मुफ्त खादी के कपड़े प्रदान करने की प्रक्रिया को तेज करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम ‘आत्मनिर्भर’ अभियान का हिस्सा है और असमिया बुनकरों को बढ़ावा देने के लिए है।
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सोनोवाल ने कहा कि इस कदम से असम में खादी उद्योग मजबूत होगा और स्थानीय बुनकरों को सशक्त बनाया जाएगा, क्योंकि पहले चरण में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को उपहार के रूप में दिए जाने वाले लगभग 80,000 खादी शर्ट, शॉल और स्टोल की जरूरत होगी।
उन्होंने बैठक में मौजूद हथकरघा और वस्त्र मंत्री रंजीत दत्ता से योजना के सफल और शीघ्र कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए कहा। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि खादी उद्योग स्थानीय उद्योग का गौरव है और इसका प्रचार हर एक पुरुष और महिला के आत्मनिर्भरता और सशक्तीकरण की विचारधारा का समर्थन करने के लिए होगा। (आईएएनएस)