भारत में कई शैलियों में गाना रिकॉर्ड करने वाले गायक सुखविंदर सिंह को लगता है कि समाज और देश की भलाई के लिए काम करना सभी का कर्तव्य है, न कि सिर्फ किसी विशेष समूह का। वह कहते हैं कि वह अपने काम के माध्यम, यानी संगीत से उस जिम्मेदारी को पूरा करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि संगीत के कई शेड्स हैं, जैसे मनोरंजन, आध्यात्मिकता और सामाजिक सेवा। मैंने अपने करियर में खेल, प्रेरक, नृत्य और रोमांटिक गाने गाए हैं, इसलिए मुझे लगता है कि पहल के साथ जुड़ना मेरी जिम्मेदारी है। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि सिर्फ एक निश्चित समूह या पेशेवरों को देश की भलाई के लिए काम करना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि समाज और देश के प्रति हम सभी की कुछ जि़म्मेदारी है, और मुझे खुशी है कि मैं अपने काम के माध्यम से उस जि़म्मेदारी को पूरा करने में सक्षम रहा हूं, यह संगीत का निर्माण करना रहा है।”
शो के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि हमें इसे टैलेंट हंट कहना चाहिए, क्योंकि हम यहां पर किसी भी जानवर के लिए शिकार पर नहीं आए हैं। इसलिए, हमें इसे एक प्रतिभा प्रतियोगिता कहना चाहिए। मुझे लगता है कि जम्मू-कश्मीर के प्रत्येक नागरिक को अपने जीवन को शांति और खुशी से जीने का पूरा अधिकार है।”
यह भी पढ़ें: शुरुआत के लिए रियलिटी शो बेहतर जगह : नेहा भसीन
उन्होंने कहा, “हम इस शो के माध्यम से और हम जिस गाने की शूटिंग कर रहे हैं, उसके माध्यम से जम्मू और कश्मीर के बच्चों और हमारे देश के लोगों की शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। हम अपने शो के माध्यम से युवा कश्मीरियों की प्रतिभा को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं। शो में एंटरटेनमेंट फैक्टर है, लेकिन हम उस सामान्य ट्विस्ट को इसमें नहीं ला रहे हैं, जो हमें आमतौर पर टेलीविजन रियलिटी शो में देखने मिलता है।”
जम्मू शहर के ऑडिशन 7 और 8 जनवरी को होंगे, जबकि श्रीनगर के ऑडिशन 10 और 11 जनवरी को होंगे। अंतिम परफॉर्मेंस 18 जनवरी को श्रीनगर में होगा, जहां विजेता प्रतिभाएं सुखविंदर सिंह के साथ प्रस्तुति देंगें। सभी प्रतियोगियों का जम्मू और कश्मीर का स्थायी निवासी या केंद्र शासित प्रदेश में जन्मा होना आवश्यक है और प्रतिभागियों की उम्र 18 से 35 वर्ष की होनी चाहिए।(आईएएनएस)