आलोचना का सामना करने के बावजूद, गूगल (Google ) के स्वामित्व वाले यूट्यूब ने कहा है कि वह अमेरिका के कोलोराडो के बोल्डर में लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग (मास शूटिंग) ( mass shooting ) का विवादित लाइवस्ट्रीमड वीडियो नहीं हटाएगा। द वर्ज के मुताबिक, वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म की न्यूज और डॉक्यूमेंट्री कवरेज नियमों के तहत आती है और यही वजह है कि कंपनी इस पर कार्रवाई नहीं कर रही है।
द वर्ज ने यूट्यूब ( You Tube ) प्रवक्ता एलेना हर्नांडेज के हवाले से बताया, “कल की दुखद शूटिंग के बाद, हमारी टीमों द्वारा घटना के वीडियो का पता लगाया गया। हालांकि यूट्यूब ( You Tube ) पर दर्शकों को चौंकाने या घृणा संबंधित हिंसक सामग्री (Content ) (कंटेंट) की अनुमति नहीं है, हम पर्याप्त समाचार या दस्तावेजी विवरण के साथ वीडियो की अनुमति देते हैं।”
हर्नांडेज ने कहा, “हमने सामग्री पर एक उम्र का प्रतिबंध लागू कर दिया है और हम स्थिति पर नजर रखना जारी रखेंगे।”
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बोल्डर में किंग सोपर्स सुपरमार्केट के आसपास से लाइवस्ट्रीम ( Livestream ) का प्रसारण किया गया था। वाइस के अनुसार, यह लगभग 30,000 लोगों के साथ लाइव ऑडियंस तक पहुंचा और तब से इसे 585,000 से अधिक बार देखा जा चुका गया।
हमले के तुरंत बाद स्ट्रीमर डीन शिलर ने सुपरमार्केट के अंदर रिकॉडिर्ंग शुरू कर दी। उसने तीन घंटे से अधिक समय तक बाहर से रिकॉडिर्ंग जारी रखी। उसने पुलिस की ओर से वहां से चले जाने के अनुरोध के बावजूद रिकॉर्डिग नहीं छोड़ी।
शिलर को इससे पहले एक सिटीजन पत्रकार के रूप में बताया गया है और 2019 में उसे और एक अन्य वीडियोग्राफर को बोल्डर काउंटी जेल के आसपास वीडियो बनाने के लिए गिरफ्तार किया गया था। संवेदनशील स्थान पर फिल्मांकन के लिए उसे जेल में डाल दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उसने वीडियो में पुलिस के कथित कदाचार को फिल्माया था। ( AK आईएएनएस )