अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए जा रहे धन संग्रह अभियान को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने भाजपा पर हमला बोलते हुए विवादित बयान दिया है। भूरिया का कहना है कि भाजपा के लोग दिन में राम मंदिर के नाम पर जुटाई जाने वाली राशि से रात को शराब पीते हैं। भाजपा ने इस बयान को शर्मनाक बताया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूरिया ने कहा है कि पहले राम मंदिर के नाम पर हुए चंदे में करोड़ों रुपये जुटाए गए थे, इस राशि को भाजपा के लेाग दबाए बैठे हुए हैं। इस राशि को मंदिर टस्ट में जमा किया जाना चाहिए। अब फिर भाजपा के लोग घर-घर जाकर चंदा जुटा रहे है, दिन में चंदा जुटाते हैं और रात को नदी पर जाकर शराब पीते हैं।
भूरिया के इस बयान को राज्य सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने शर्मनाक बताया है और कहा है कि कांग्रेस ने हमेशा राम के नाम को बदनाम करने की कोशिश की है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का अभियान सिर्फ भाजपा का नहीं बल्कि देश के करोड़ों लोगों का है।
भूरिया का यह बयान तब आया है जब देश में अयोध्या राम मंदिर के लिए हर गांव, कस्बे से भाजपा, विहिप और संघ के कार्यकर्ता चंदा जुटाने की मुहीम में जुटे हुए हैं। इस बयान को इसलिए भी विवादित बताया जा रहा है क्योंकि सभी राम भक्तों ने स्वेच्छा और अपने सामर्थ्य के अनुरूप दान दिया है। किन्तु आशंका यह लगाई जा रही है कि कांग्रेस व अन्य विपक्षी दल इस जन समर्थन से घबराई हुई है। उन्हें अपने वोटबैंक पर खतरा महसूस हो रहा है।
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आपको बता दें कि, कांग्रेस के नेता शुरुआत से ही अयोध्या राम मंदिर पर विवादित बयानबाजी करते आ रहे हैं। एक बार मणिशंकर अय्यर ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि “महाराज दशरथ के महल में 10 हजार कमरे थे। कौन जानता है कि कौनसा कमरा कहां था? इसलिए यह कहना कि हम सोचते हैं कि भगवान राम यहीं पैदा हुए थे, इसलिए यहीं मंदिर बनाना है। क्योंकि यहां एक मस्जिद है, पहले इसे हम तोड़ेंगे और इसकी जगह हम मंदिर बनाएंगे।” जिसके बाद उनकी और कांग्रेस दोनों की फजीहत हुई थी।
कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि “भगवान राम भी नहीं चाहेंगे कि विवादास्पद स्थल पर राम का मंदिर बने।” जिसके बाद दिग्विजय सिंह और कांग्रेस दोनों ही मुश्किल में आ गए थे।
स्रोत-आईएएनएस