पूर्व उपराष्ट्रपति एम. हामिद अंसारी (Mohammad Hamid Ansari) ने इस बात से इनकार किया है कि वह पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के उत्तराधिकारी बनने की दौड़ में थे। उन्होंने ‘बाइजैटीन’ प्रक्रिया की निंदा करते हुए कहा कि तस्वीर में बेवजह उनका नाम घसीटा गया और यहां तक कि जिस दिन फैसला सुनाया जाना था, उस दिन गोल्फ भी खेला गया। लेकिन एक व्यक्ति यह सोचकर हैरान रह जाता है कि क्या उसने एक गुप्त इच्छा का पालन-पोषण किया है और उसे अपने सीने के करीब रखा था?
अंसारी (Mohammad Hamid Ansari) ने कहा, “मीडिया की अटकलों ने शुरू में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को संभावित उम्मीदवार के रूप में नामित किया था। उन्होंने हालांकि इसका खंडन किया। एक रिपोर्ट ने लोकसभा में विपक्ष के नेता के हवाले से कहा कि भाजपा कांग्रेस से जुड़े किसी भी व्यक्ति का समर्थन नहीं करेगी।” अंसारी के संस्मरणों की किताब ‘By Many a Happy Accident: Recollections of a Life’ में इस तरह की बातें खुल कर सामने आई हैं।
इस किताब में उन्होंने लिखा है, “एक टिप्पणीकार ने मई, 2012 में कहा कि ‘लगभग कोई भी दौड़ में दूसरे आदमी के बारे में नहीं सोच रहा है, जिसने 10 साल तक चुपचाप अपना काम किया है, हमेशा अपने मन की बात कहता रहा है, लेकिन कभी भी इस तरह से विवाद का कारण नहीं बना है। उसी साल 13 जून को एक अन्य खबर में कहा गया कि इस बिंदु पर केवल यही कहा जा सकता है कि प्रणब मुखर्जी या उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी (Mohammad Hamid Ansari) के कांग्रेस उम्मीदवार होने की संभावना है, लेकिन मुलायम सिंह यादव और ममता बनर्जी द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाना चाहिए। इसी तरह के कई संस्मरण इस किताब में हैं।
(आईएएनएस)