22 अप्रैल की रात अर्णब गोस्वामी पर हुए हमले के बाद आज मुम्बई पुलिस द्वारा अर्णब को थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया हैं। दरअसल मुम्बई पुलिस की ये पूछताछ हमले को ले कर नहीं, बल्कि कंग्रेस पार्टी के लोगों द्वारा अर्णब के खिलाफ दर्ज किए गए शिकायत के संदर्भ में है।
दरअसल, ये मामला कुछ ही दिन पहले महाराष्ट्र के पालघर में हुए संतों की निर्मम हत्या से जुड़ा है। आपको बता दें की महाराष्ट्र में शिवसेना, ऐनसीपी और कांग्रेस पार्टी की सरकार है और राज्य की पुलिस राज्य सरकार के नियंत्रण में होती है। पुलिस की मौजूदगी में ऐसे हत्याओं का होना सरकार पर कई सवाल खड़े करता है। ऐसे में सरकार और सरकार में शामिल दलों के नेताओं से सवाल पूछा जाना तो लाज़मी है।
इसी क्रम में रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के मालिक अर्णब गोस्वामी ने लाइव टीवी डिबेट में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस घटना पर जवाब मांगने के साथ साथ उन्हें सोनिया की जगह अंटोनियो माइनो के नाम से बुलाया था।
दरअसल ये नाम सोनिया गांधी का ही है जिसे राजीव गांधी से शादी के बाद बदल कर सोनिया गांधी कर लिया गया था।
इसके बाद कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा अर्णब पर चौतरफा हमला शुरू कर दिया गया। देश भर में पुलिस के पास अर्णब के खिलाफ सैकड़ो ऍफ़.आई.आर दर्ज किये गए जिसमे नफरत फैलाना, धार्मिक उन्माद पैदा करने जैसे कई आरोप लगाए गए।
इन सब के बीच 22 अप्रैल की रात स्टूडियो से लौटते वक़्त अर्णब की गाड़ी पर बाइक सवार दो युवको द्वारा हमला हो जाता है। हालांकि अर्णब के साथ चलने वाले सुरक्षाकर्मियों ने हमलावरों को तुरंत दबोच लिया था। हमलावर कथित तौर पर युवा कांग्रेस का कार्यकर्ता बताया जा रहा है।
अर्णब गोस्वामी ने पुलिस रिकॉर्ड में एक ऍफ़.आई.आर, उस रात की दर्ज कराई थी जिसमे उन्होंने हमले की साज़िश का इलज़ाम कांग्रेस पार्टी पर लगाते हुए हमले के बाद अलका लाम्बा जैसे कुछ कांग्रेसी नेताओं द्वारा जश्न मनाये जाने की बात का भी ज़िक्र किया था।
हालांकि अभी तक उस मामले में मुम्बई पुलिस ने क्या कार्यवाही की है इस पर कहना मुश्किल है। लेकिन कांग्रेस पार्टी द्वारा अर्णब के खिलाफ दर्ज किये गए शिकायत पर पुलिस एक्शन में नज़र आ रही है जिसकी वजह से आज अर्णब को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।