छात्र कार्यकर्ता शेहला राशिद के पिता अब्दुल रशीद शोरा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि पैसे की लालसा के कारण शेहला ने उनकी पत्नी और दूसरी बेटी को उनके खिलाफ कर दिया है। जेएनयू की पूर्व छात्र नेता, अपनी बेटी शेहला पर देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाने वाले शोरा ने मंगलवार को ट्विटर पर बयान जारी किया। इसमें उन्होंने कहा, “जून 2017 से आतंकवादी फंड संचालक जहूर वटाली और राशिद इंजीनियर से पैसे लेने की बात शेहला द्वारा स्वीकारने के बाद मेरे घर में खासा हंगामा हुआ। पैसे की अपनी लालसा और साकिब जैसे अन्य असामाजिक तत्वों के समर्थन से शेहला, मेरी पत्नी और मेरी दूसरी बेटी को मेरे खिलाफ करने में सफल रही।”
आगे कहा गया, “हालात चरम पर पहुंच गऐ जब श्रीनगर के मंसिफ कोर्ट में दायर एक याचिका के जरिए शेहला और उसके साथियों ने 17 नवंबर को मुझे अपने ही घर से बेदखल करने का आदेश ले लिया। यह आदेश मुझे सुने बिना ही दे दी गया। आदेश को अपीलीय अदालत ने संशोधित किया था और 27 नवंबर को मेरे अधिकारों को बहाल किया। स्थानीय पुलिस तो इसे मेरे पक्ष में लागू करने में लगभग असहाय लग रही थी और जब मैंने मेरे घर में प्रवेश करना चाहा तो मुझे सीधे तौर पर शेहला के साथियों ने जान से मारने की धमकी दी गई।”
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उन्होंने आगे कहा, “मेरी जिंदगी को खतरा देख मुझे श्रीनगर से भागना पड़ा। मुझे अपने कपड़े भी साथ नहीं ले जाने दिए। जम्मू पहुंच कर मैंने डीजीपी से संपर्क किया, उन्होंने मेरी बात सुनी और अधिकारियों को आवश्यक कानूनी कार्रवाई के लिए आदेश दिए। मैं जानता हूं कि 68 साल की उम्र में मैं अपनी 32 साल की जेएनयू की गुमराह, जोड़ तोड़, मीडिया प्रबंधन में विशेषज्ञ बेटी शेहला और उसके युवा साथियों से नहीं लड़ सकता, लेकिन मुझे ²ढ़ विश्वास है कि सच्चाई हमेशा कायम रहेगी।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शेहला और उनके साथी प्रेस, मीडिया का ध्यान उस मुख्य मुद्दे से हटाने की कोशिश कर रहे हैं, जो उनके कुख्यात लोगों के साथ जुड़ने और कश्मीर में अपने देशविरोधी एजेंडे को पूरा करने के हैं।(आईएएनएस)