पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा हाल ही में की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस को भारत ने ‘एक और निरर्थक भारत विरोधी प्रचार’ करार देते हुए जमकर फटकार लगाई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने मीडिया के एक सवाल के जबाव में कहा, “हमने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस की मीडिया रिपोर्ट देखी है। यह उनका भारत को लेकर एक और निर्थक प्रचार है। भारत के खिलाफ ‘सबूत’ के तथाकथित दावों में कोई विश्वसनीयता नहीं है, ये दावे काल्पनिक तौर पर गढ़े गए हैं। उनका यह प्रयास उन्हें हताश ही करेगा क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान की चालों से अवगत है और इसके आतंकी प्रायोजन के प्रमाण को किसी ने नहीं माना है, सिवाय उनके खुद के नेतृत्व के।”
भारत की यह प्रतिक्रिया पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार की उस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद आई है, जिसमें दावा किया गया था कि पाकिस्तान में हुए कुछ आतंकी हमलों के पीछे भारत का हाथ था।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा, “वैश्विक आतंकी ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में पाया गया था, पाकिस्तान के पीएम ने संसद में उसे ‘शहीद’ का दर्जा दिया था, उन्होंने पाकिस्तान में 40 हजार आतंकवादियों की उपस्थिति स्वीकार की थी, हाल ही में उनके मंत्री ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व की पुलवामा आतंकी हमले में पाकिस्तान की भागीदारी की तारीफ की थी, जिसमें 40 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।”
संघर्ष विराम समझौते के बाद भी बार-बार पाकिस्तानी सेना घुसपैठियों की मदद करती है। आतंकियों की लगातार घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हथियारों का बेरोकटोक इस्तेमाल करने को बढ़ावा देती है।
श्रीवास्तव ने कहा, “दुनिया के कई हिस्सों ने पाकिस्तान को आतंकी गतिविधियों का हिस्सा बनते देखा है। दस्तावेजों को गलत तरीके से पेश करने और झूठे बयान देने से पाकिस्तान बचेगा नहीं। हमें विश्वास है कि दुनिया इसे अपने तरीके से संभालेगी।”(आईएएनएस)